अनामी शरण बबल
फारूक अब्दुल्ला के निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी / अब्दुल्ला बोले मोदी और हिटलर दोनों एक समान, एम-16 विमान को गिराने पर भी उठाया सवाल
नयी दिल्ली। जम्मू कश्मीर के तमाम नेताओं पर भरोसा करना सबसे ख़तरनाक होता है। कौन नेता अपना सूर बदलकर कब कहां क्या किस तरह किस प्रकार कौन सा बयान देकर पलटी मार दें गलबहियां डालकर चलते चलते कौन सा दल या आदमी नेता कब आपके खिलाफ बकने लगे इस पर कोई दावा करना या भरोसा करना काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। जम्मू कश्मीर के सभी नेताओं में सबसे विश्वसनीय लोकप्रिय भरोसेमंद और पूरे देश में स्वीकार्य नेता के रूप में फारूक अब्दुल्ला का नाम सबसे ऊपर है। मगर मौका पड़ने पर चाल चलन चरित्र चेहरा बदलने वाले मौकापरस्त नेताओ ने फारूक अब्दुल्ला भी शुमार होने लगे हैं। नेशनलफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा. फारुक अब्दुल्ला ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से करते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16 विमान को मार गिराने के भारत सरकार के दावे पर ही सवाल उठा दिया है।
उन्होंने बताया कि आज ही अमेरीकी सरकार ने बयान दिया है कि जितने भी एफ-16 जहाज पाकिस्तान के पास थे, वो बिल्कुल ठीक हैं। एक भी नहीं गिरा है।
श्रीनगर-बडगाम संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे डाॅ फारुक अब्दुल्ला ने आज चाडूरा में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से की। उन्होंने कहा कि वह भी लोगों पर तानाशाही करता था और यह भी लोगों पर अपना आदेश अपनी मर्जी और अपनी चाहत थाेपते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया है कि झूठ की भी सीमा और उसकी एक बुनियाद होती है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से एक सवाल किया है कि कब तक लोगों से झूठ बोलते रहोगे। क्यों झूठ बोलते रहेंगे आप प्रधानमंत्री जी। उन्होंने लोगों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े बड़े वादे किए थे। कहा था कि आपके बैंक खाते में 15 लाख रुपया होगा। क्या आपके खाते में वह पैसा आया। उन्होंने प्रधानमंत्री पर समय स्थान और पात्र के अनुसार शहर जनता भीड़ और राज्य के अनुसार ग़लत बयानी की है। झूठ तंत्र को इस तरह प्रचारित और विकसित किया है उनके सफेद झूठ को भी जनता सच मानकर यकीन करती है। उन्होंने कहा कि जनता के बीच मन में अभी भी इनके प्रति भरोसा है।