हरीश रावत का नाम गैरजिम्मेदाराना मुख्यमंत्री के रूप में किया जाएगा याद- कैंथोला

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समग्र समाचार सेवा
देहरादून , 13 अगस्त। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के बीच छिड़ी जुबानी जंग अभी थमने का नाम नहीं ले रही है। इंटरनेट मीडिया में हरीश रावत की पोस्ट का जवाब देते हुए रेखा आर्य ने तंज कसा है कि मरखूली बल्द (मारने वाला बैल) अपने साथ साथ गरीब और निर्धन को भी सताता है। जो भी उसके बराबर आने की कोशिश करता है, उसे मारने की कोशिश करता है। वह समझ सकती हैं कि एक ओर बुढ़ापा और दूसरी और मुख्यमंत्री की कुर्सी को देखकर उनकी क्या हालत हो रही है।

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने इंटरनेट मीडिया में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को निशाने पर लेते हुए लिखा, ‘मरखूली बल्द पीछे से वार करने की प्रवृति नहीं छोड़ता। दाज्यू यदि तुम पहाड़ की बेटी को छेड़ोगे, तो वह जवाब देने पर मजबूर होगी। एक स्त्री, जो तुम्हारी बेटी के समान है, उसे उज्याडू बकरी (खेत उजाडऩे वाली बकरी) जैसे शब्द से सुशोभित किया तो इसका जवाब जरूर मिलेगा।’ विधानसभा में शक्ति परीक्षण की बात पर उन्होंने जवाब दिया कि उन्होंने शक्ति परीक्षण में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी।

आगे उन्होंने लिखा, ‘जहां तक हरे-हरे कागजों की बात है तो इस बात को आप ज्यादा समझते हो। आप ने किस-किस को लालच दिया। अगर आप कहोगे तो सभी का नाम खोलने को तैयार हैं।’ उन्होंने लिखा कि हरीश रावत ने उनके परिवार पर जमीन को खुर्द-बुर्द करने का आरोप लगाया है, तो वह उन्हें याद दिलाना चाहती हैं कि इस मामले में उनके परिवार पर झूठा आरोप लगाया गया था। न्यायालय ने उनके पति को दोषमुक्त कर यह साबित कर दिया कि आरोप झूठे थे।

कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी: कैंथोला

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विपिन कैंथोला ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार की जननी करार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि जब भी उत्तराखंडीयत पर हमला होगा, वह अपनी आंखे बंद कर लेंगे। गुरुवार को एक बयान में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कैंथोला ने कहा कि उत्तराखंड में हरीश रावत का नाम गैर जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के रूप में लिया जाएगा। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई जनविरोधी निर्णय लिए। उनके शासन में माफियाराज चरम पर था। जब उत्तराखंड को मिलने वाला विशेष राज्य का दर्जा केंद्र की यूपीए सरकार वापस ले रही थी, तब उनकी उत्तराखंडीयत कहां थी। उनके कार्यकाल में ही यह नारा था कि जो उन्होंने बात कही वही सही है।

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