विश्व ओजोन दिवस, 2019 के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि विश्व ओजोन दिवस पर पूरे विश्व का ध्यान ओजोन परत को बचाने के महत्व की तरफ आकर्षित होता है।
श्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि भारत मार्च, 2019 में समग्र ‘कूलिंग एक्शन प्लान’ शुरू करने वाले देशों में शामिल हो गया है। इसके तहत आवासीय और व्यापारिक इमारतों, कोल्ड–चेन, रेफ्रीजिरेशन, यातायात और उद्योगों के लिए परिशीतन समस्याओं का समाधान किया जाएगा। ‘कूलिंग एक्शन प्लान’ के अंतर्गत परिशीतन की मांग में कटौती करने में मदद मिलेगी, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष उत्सर्जन में कमी आएगी। श्री बाबुल सुप्रियो ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव श्री अंतोनियो गुतरेस ने भारत के ‘कूलिंग एक्शन प्लान’ की सराहना करते हुए कहा है कि सभी देशों को इसी तरह की योजना का विकास करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि भारत के ‘कूलिंग एक्शन प्लान’ का उद्देश्य है (1) सभी क्षेत्रों में 2037-38 तक कूलिंग की मांग में 20 से 25 प्रतिशत कटौती करना, (2) वर्ष 2037-38 तक रेफ्रीजिरेशन की मांग में 25 से 30 प्रतिशत तक की कमी, (3) वर्ष 2037-38 तक कूलिंग ऊर्जा आवश्यकताओं को 25 से 40 प्रतिशत तक कम करना, (4) कूलिंग और संबंधित क्षेत्रों को अनुसंधान के लिए मान्य करना (5) वर्ष 2022-23 स्किल इंडिया मिशन के साथ सेवा क्षेत्र के 1,00,000 तकनीशियनों को प्रशिक्षित करना है।
विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर ‘मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल-इंडियाज सक्सेस स्टोरी’ तथा पुरस्कार प्राप्त छात्रों के पोस्टर और स्टीकर भी जारी किये गये। श्री बाबुल सुप्रियो ने विश्व ओजोन दिवस पर आयोजित चित्रकला, पोस्टर बनाने और नारे लिखने की प्रतियोगिताओं में विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया।
विश्व ओजोन दिवस के कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण, यूएनडीपी, जीआईजेड सहित बहुपक्षीय और द्विपक्षीय एजेंसियां तथा विभिन्न सरकारी विभागों, उद्योगों और औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों एवं बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया।