समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22सितंबर। हिंदू धर्म की मान्याओं के अनुसार हफ्ते का प्रत्येक दिन अलग-अलग देवताओं को समर्पित है. बुधवार का दिन भी बड़ा खास होता है और इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. यह दिन भगवान को समर्पित है और गणेश जी में आस्था रखने वाले लोग इस दिन बड़ी ही
बुधवार के व्रत की पूजा विधि
बुधवार के व्रत को 7 बुधवार तक किया जाना चाहिए और इसकी शुरुआत महीने के शुक्ल पक्ष करना ही उचित माना जाता है.
- बता दें कि किसी भी व्रत की शुरुआत पितृ पक्ष में नहीं करनी चाहिए.
- बुधवार को सुबह स्नान-ध्यान से निवृत होकर सबसे पहले तांबे के पात्र में भगवान गणेश जी मूर्ति स्थापित करें.
- पूजा के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख करना शुभ होता है. यदि पूर्व दिशा में मुख करना संभव न हो तो आप उत्तर दिशा की ओर मुख करके भी पूजा की शुरुआत कर सकते हैं.
- आसन पर बैठकर भगवान गणेश जी की फूल, धूप, दीप, कपूर, चंदन से पूजा अर्चना करें.
- मान्यता है कि पूजा में दूब यानि दूर्वा अर्पित करना शुभ होता है.
- इसके बाद गणेश जी को मोदन अर्पित करें और मन ही मन भगवान का ध्यान करते हुए 108 बार इस मंत्र का जाप करें. ‘ॐ गं गणपतये नमः’
बुधवार को व्रत करने के नियम
- बुधवार के व्रत में नमक खाने से परहेज करना चाहिए.
- साथ ही बुधवार के दिन गणेश जी को घी और गुड़ का भोग लगाएं और इस भोग को गाय को खिलाएं.
- बुधवार व्रत की कथा जरूर पढ़ें और आरती भी करें.
- मान्यता है कि बुधवार के व्रत में हरे रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है.
- बुधवार को व्रत करने के लाभ
- मान्याओं के अनुसार बुधवार को व्रत करने वाले जातक के जीवन में सुख, शांति और यश बना रहता है.
- इस व्रत को करने से आपके अन्न के भंडार कभी खाली नहीं होते.
- बुधवार के गणेश की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं.
- माना जाता है कि बुधवार के दिन बुध ग्रह की पूजा करने से कुंडली में बुध ग्रह की उपस्थिति शुभ जगह पर होती है.
- यदि आपका कमाया हुआ धन व्यर्थ जा रहा है तो बुधवार का व्रत करें.