पटना,28 सितंबर 2020। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब महागठबंधन तानातानी शुरू हो गई है जी हां कांग्रेस अब अपने जाल में ही फंस गया है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय 243 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम लेकर दिल्ली वापस लौट गए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल ने कांग्रेस को 65 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है, जिस पर कांग्रेस नाराज है। वैसे भी कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी है कि अगर बात नहीं बनी तो महागठबंधन से अलग होकर कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। फिलहाल इसपर पर अभी तक पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी का कोई रिएक्शन नहीं आया है।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बनाई गई कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक पटना में सम्पन्न हुई। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय तथा सदस्य काजी निजामुद्दीन और देवेंद्र यादव ने कांग्रेस के सभी जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर उनसे उनके जिले की सभी विधानसभा सीटों के संभावित उम्मीदवारों के साथ ही अन्य बिंदुओं पर फीडबैक लिए। बैठक के बाद आवेदन लेकर पार्टी मुख्यालय पहुंचे टिकटार्थियों से भी स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों ने मुलाकात की। फिर, स्क्रीनिंग कमेटी 243 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम लेकर दिल्ली लौट गई। अब प्रत्याशियों और सीटों का फैसला आलाकमान के स्तर पर होगा।
सूत्रो से पता चला है कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे के प्रस्तावित फॉर्मूला में आरजेडी ने कांग्रेस को 65 सीटों का प्रस्ताव दिया है। आरजेडी खुद करीब 155 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है। आरजेडी अपने कोटे से विकासशील इंसान पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा को सीटें देगा तो कांग्रेस को राष्ट्रवादी कांग्रेस को अपने कोटे में से सीटें देनी होंगी। भाकपा माले को 14, सीपीआइ को तीन और सीपीएम को दो सीट देने का भी प्रस्ताव दिया गया है। हालांकि, कांग्रेस इसपर राजी नहीं है। कांग्रेस कम से कम 70 सीटें चाहती है।