समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8 मार्च। पिछले दो साल से लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनातनी है। इस बीच दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर की वार्ता 11 मार्च को करने का फैसला लिया गया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों की आपसी सहमति के आधार पर इस बार यह वार्ता भारत के चुसुल में होगी। इस बैठक में कोर कमांडर स्तर के अधिकारी भाग लेते हैं और सीमा विवाद को सुलझाने पर सहमति कायम करने की कोशिश करते हैं। वर्तमान वार्ता 15वें दौर की होगी।
गलवान घाटी में झड़प के बाद से संबंधों में खटास
गौरतलब है कि गलवान घाटी में सीमा को लेकर चीन ने भारतीय सेना पर हमला किया था जिसमें भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए चीन के 40 सैनिकों को मार गिराया था। इसके बाद शांति के लिए दोनों देशों ने कमांडर स्तर की वार्ता की शुरुआत की थी।
यह 15वें दौर की होगी वार्ता
रक्षा सूत्रों के मुताबिक भारत और चीन ने पारस्परिक सहमति के आधार 11 मार्च 2022 को भारत के चुशुल मोल्दो मीटिंग प्वाइंट पर कोर कमांडर स्तर की 15 वें दौर की वार्ता करने का फैसला किया। 14 दौर की बातचीत के बाद पैंगोंग त्सो के उत्तरी और दक्षिणी छोर और गालवान तथा गोगरा हॉट स्प्रिंग क्षेत्रों को लेकर शांति के लिए सहमति बनी थी। दोनों देश अब आगे विवाद न बढे, इसके लिए समाधान खोजने की कोशिश करेंगे। रक्षा सूत्रों के मुताबिक स्वीकार्य समाधान के लिए दोनों देशों के हालिया बयान उत्साहजनक हैं।