समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 1जून। देश के कई राज्यों में कांग्रेस की करारी हार के कारण पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हतास और निराश हो रहे है। आए दिन कई राज्यों में पार्टी में आपसी कलह की बात सामने आती रहती है। पार्टी से नेताओं का आना जाता लगा है। इसी बीच महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता और पार्टी के महासचिव डॉक्टर आशीषराव देशमुख ने इमरान प्रतापगढ़ी की उम्मीदवारी के खिलाफ अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने हालांकि,पार्टी नहीं छोड़ी है, लेकिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में बेहद ही तल्ख टिप्पणियां की हैं। इससे भी ज्यादा बगावत के सुर एआईसीसी के सदस्य विश्वबंधु राय ने उठाए हैं, जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी को खुली चिट्ठी लिखकर इमरान प्रतापगढ़ी के मसले पर खूब खरी-खोटी सुनाई है। गौरतलब है कि प्रतापगढ़ी कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष हैं और पार्टी ने उन्हें यूपी से होने के बावजूद महाराष्ट्र से राज्यसभा का टिकट दिया है।
आशीषराव देशमुख ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफे में साफ बताया है कि ‘(यूपी के) इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा में थोपे जाने के कारण, मैं महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव पद से इस्तीफा दे रहा हूं। विकास के नजरिए से बाहरी उम्मीदवार को थोपने से पार्टी का हित नहीं होगा। यह महाराष्ट्र के आम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय किया गया है।’
सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में एआईसीसी के सदस्य विश्वबंधु राय ने पूछा है, ‘क्या पार्टी आलाकमान सिर्फ दिल्ली में दरबारी करने वालों को ही निष्ठावान और योग्य समझती है ?’ उन्होंने लिखा है, ‘इमरान प्रतापगढ़ी जुम्मा-जुम्मा चार दिन पहले पार्टी से जुड़ें हैं। मुरादाबाद लोकसभा से करीब 6 लाख वोटों से हार चुके हैं। एक नगर निगम चुनाव तक नहीं जितवा सके हैं। फिर भी उन्हें अल्पसंख्यक विभाग का राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद सौंप दिया गया। अब उन्हें राज्यसभा में भी भेजा जा रहा है।’
