समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17जून। बीसीसीआई के सचिव जय शाह के आईपीएल को लेकर दिए गए बयान से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) परेशान नजर आ रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि आईपीएल से संबंधित यह विंडो दूसरी अंतरराष्ट्रीय सीरीजों में बाधा उत्पन्न करेगी. पीसीबी का मानना है कि इस मामले पर चर्चा की जरूरत है।
पीसीबी के एक अधिकारी ने एक भारतीय न्यूज चैनल को बताया, ‘आईसीसी बोर्ड की बैठक जुलाई में बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान होगी और इस मामले को संभवत: वहां उठाया जाएगा। पीसीबी क्रिकेट में पैसा आने से खुश है, लेकिन भारतीय बोर्ड द्वारा हर सीजन में आईपीएल के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को बुक करने की योजना इंटरनेशनल सीरीज और इवेंट्स में बाधा डाल सकती है।’
क्या कहा था जय शाह ने?
जय शाह ने पीटीआई को बताया था, ‘बीसीसीआई को कभी नहीं लगा कि मीडिया राइट्स में बेस प्राइस बहुत ज्यादा है. यह समझने की जरूरत है कि 2018 में 60 मैच थे. अगले सत्रों में हमारे पास 410 मैच होंगे. आपको डिजिटल प्रभावों की भी जांच करने की आवश्यकता है. 2017 में लगभग 56 करोड़ डिजिटल दर्शक थे और 2021 में यह संख्या 66.5 हो गई. आप आने वाले वर्षों में इसके और भी बढ़ने की उम्मीद है.
शाह ने बताया, ‘2027 में आईपीएल में 94 मैच खेले जाएंगे, इस पहलू को लेकर हमने काम किया है. अगले आईसीसी एफटीपी कैलेंडर से आईपीएल में ढाई महीने की आधिकारिक विंडो होगी, ताकि सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भाग ले सकें. हमने विभिन्न बोर्डों के साथ-साथ आईसीसी के साथ भी चर्चा की है.’
2008 के IPL में खेले थे PAK खिलाड़ी
दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के चलते पाकिस्तानी खिलाड़ी केवल 2008 के आईपीएल सीजन में खेल पाए थे. तब सलमान बट्ट, शाहिद आफरीदी, शोएब अख्तर, कामरान अकमल और सोहेल तनवीर ने भाग लिया था. दोनों देशों की राष्ट्रीय टीमें भी 2013 के बाद से किसी भी द्विपक्षीय सीरीज में आमने-सामने नहीं हुई हैं. केवल एशिया कप और विश्व कप जैसे टूर्नामेंट्स में ही दोनों के बीच मुकाबला होता रहा है.
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