मोदीजी की परिकल्पना का यह अनूठा मॉडल पीएम गति शक्ति मॉडल है- सर्बानंद सोनोवाल
सर्बानंद सोनोवाल ने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने की किफायत के लिए चेन्नई बंदरगाह पर कंटेनर स्कैनर के माध्यम से एक नई ड्राइव का उद्घाटन किया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15अगस्त। केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री, श्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को चेन्नई बंदरगाह पर बुनियादी ढांचे की क्षमता को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख पहलों की शुरुआत की। केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री श्रीपद नाइक के साथ केन्द्रीय मंत्री ने व्यापार और व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने की किफायत के लिए बंदरगाह पर कंटेनर स्कैनर के माध्यम से एक नई ड्राइव का उद्घाटन किया।
सोनोवाल ने बंदरगाह पर दो सीवेज शोधन संयंत्रों की आधारशिला भी रखी ताकि स्थायी विकास का सार्वजनिक तौर पर समर्थन किया जा सके। इन दोनों संयंत्रों की संयुक्त क्षमता 130 किलो लीटर प्रति दिन (केएलडी) आंकी गई है, जिसमें एक की क्षमता 90 केएलडी और अन्य की 40 केएलडी होगी। इन संयंत्रों के माध्यम से उत्पन्न पानी का उपयोग बंदरगाह के भीतर ही किया जाएगा जिससे उसकी ताजे पानी के उपयोग पर निर्भरता कम हो सकेगी। पत्तन मंत्री ने बंदरगाह पर आईटी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए वहां एक कंप्यूटर उन्नयन कार्यक्रम भी शुरू किया। इस कार्यक्रम के अनुसार कुल 440 यूनिट के आधुनिक कंप्यूटरों की बुनियाद रखी गई है।
पीएम गति शक्ति को एक फायदेमंद कारक बताते हुए श्री सोनोवाल ने कहा, “जैसा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, हमें अपने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन को याद रखना चाहिए, जो उन्होंने 2047 तक देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निर्धारित किया है, जब देश आजादी की शताब्दी मनाएगा। इस 25 वर्षों के दौरान, जिसे माननीय प्रधानमंत्री ने अमृत काल कहा है, हमें इस उद्देश्य को पूरा करने और अपने देश को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और इस पर विशेष रूप से ध्यान देने के साथ काम करना होगा। मोदीजी की परिकल्पना का यह अनूठा मॉडल पीएम गति शक्ति मॉडल है। हम अपने संसाधनों का इस्तेमाल करके और फायदेमंद गति शक्ति को सुरक्षित करके अपनी विशाल संभावनाओं का पता लगा सकते हैं। मुझे आप सभी के साथ यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि चेन्नई बंदरगाह इस लाभ को पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिए काम कर रहा है। कई परियोजनाएं जैसे भारती डॉक में बंकर बर्थ, जोलारपेट में गुड्स शेड सुविधा का विकास, चेन्नई पोर्ट से मदुरावॉयल तक एक नई एलिवेटेड रोड, मापेदु, चेन्नई में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क का विकास और इसका लाभ उठाने और देश के लिए बड़ी व्यापार संभावनाओं को खोलने के लिए अनेक ऐसी परियोजनाएं रास्ते में हैं।”
जैसा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) मना रहा है, यह निर्णय लिया गया कि बंदरगाह में एक 20 मीटर ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज का खंभा लगाया जाएगा। इसमें 18 फीट लंबा और 12 फीट चौड़ा राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाएगा। यह ढांचा 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक हवा के वेग झेल सकेगा। ऐसे में, राष्ट्रीय ध्वज देशभक्ति की भावना पैदा करेगा और देश की आजादी के लिए हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए योगदान की याद दिलाएगा। चेन्नई बंदरगाह के 300 से अधिक कर्मचारियों ने क्षेत्र के आम लोगों के बीच ‘हर घर तिरंगा’ की भावना जगाने के लिए बंदरगाह के वेस्ट क्वे IV बर्थ पर एक मानव राष्ट्रीय ध्वज बनाया। श्री सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में लोगों ने स्वच्छ सागर सुरक्षित सागर अभियान के हिस्से के रूप में बेसेंट नगर समुद्र तट पर एक स्वच्छता अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया। अधिकारियों के साथ, इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इस कार्य में सक्रिय रूप से भाग लिया। जहाजरानी मंत्री को बंदरगाह में वेस्ट क्वे IV बर्थ पर केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
सोनोवाल ने कोविड 19 महामारी में अपनी जान गंवाने वाले चेन्नई बंदरगाह प्राधिकरण के 16 परिवार के सदस्यों को सहायता राशि भी दी।
चेन्नई बंदरगाह दक्षिणी भारत के औद्योगीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कामराजार बंदरगाह के अधिग्रहण के बाद, चेन्नई बंदरगाह अच्छा कारोबार कर रहा है। कोविड 19 की पृष्ठभूमि के बावजूद पिछले वर्ष के दौरान लादे-उतारे गए कार्गो की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 में, बंदरगाह ने 48.6 एमएमटी कार्गो लादा और उतारा और 11.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। चेन्नई बंदरगाह ने वित्त वर्ष 2020-21 में 113.15 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड शुद्ध अधिशेष अर्जित किया, जो एक दशक में सबसे अधिक है।