बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक, 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा दशहरा, यहां जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3अक्टूबर। नवरात्रि में 9 दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है और इसके बाद 10वें दिन दशहरा का त्योहार मनाया जाता है. दशहरा हिंदू धर्म का लोकप्रिय त्योहार है जो कि लोगों को बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है. इस दिन मेले का आयोजन होता है रावण दहन किया जाता है. कई जगहों पर दशहरा को विजय दशमी के नाम से भी जाना जाता है और इस बार यह त्योहार 5 अक्टूबर 2022, बुधवार के दिन मनाया जाएगा.
दशहरा 2022 शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन अपराह्न काल में दशहरा मनाया जाता है. इस बार दशमी तिथि 4 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगी और 5 अक्टूबर को समाप्त होगी. उदयातिथि के अनुसार दशहरा 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा. दशहरा का पूजा दोपहर के समय की जाती है. पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 20 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 41 मिनट तक रहेगा. इस दिन दोपहर 2 बजकर 7 मिनट से लेकर 2 बजकर 54 मिनट तक विजय मुहूर्त रहेगा जो कि पूजा के लिए बेहद ही शुभ माना जाता है.
क्यों मनाया जाता है दशहरा?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दशहरा के दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया था और बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी. रावण के साथ ही दशहरा के दिन मेघनाथ और कुंभकरण का भी पुतला बनाकर फूंका जाता है. मान्यता है कि जब ये पुतले जलते हैं और मनुष्य के अंदर की बुराई का अंत होता है और अच्छाई की लौ प्रज्वलित होती है. दशहरा के दिन किसी नई वस्तु को खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता है.
दशहरा पर पढ़ें ये मंत्र
राम रामाय नम:- ॐ अपराजितायै नमः- पवन तनय बल पवन समाना, बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना
कवन सो काज कठिन जग माहि, जो नहीं होत तात तुम पाहि॥