शनिवार के उपाय: भगवान शनिदेव को अर्पित करें यह फूल, शनिदोष का प्रभाव होगा कम और पूरी होगी हर मनोकामना
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 फरवरी।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन न्याय के देवता भगवान शनिदेव का पूजन किया जाता है. शनिदेव को कर्मों का देवता भी कहा जाता है क्योंकि वह लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं और उनके साथ न्याय करते हैं. कहते हैं कि जिस व्यक्ति पर शनिदेव की कठोर दृष्टि पड़ जाए तो उसे जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसे ही शनि की साढ़े साती या शनि की ढैय्या कहा जाता है. कहा जाता है कि हर मनुष्य को जीवन में एक बार शनि की दशा का सामना करना पड़ता है क्योंकि शनि किसी एक राशि में रहने के बाद 30 साल बाद लौटकर आते हैं. लेकिन जिन जातकों पर शनि की बुरी दशा आती है उन्हें इससे घबराने की जरूरत नहीं. आप कुछ खास उपायों से शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं.
शनिदेव के उपाय
आपको बता दें कि शनिदेव को आक के फूल काफी पसंद होते हैं. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल साथ आक के फूल भी अर्पित कर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए. शनिवार के दिन साबुत दाल और तिल का दान करने से शनि दोष से छुटकारा मिलता है. इसे मदार का फूल भी कहा जाता है. शनिवार को आक के फूल चढ़ाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. इस फूल से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं. अगर आप भी भगवान शनिदेव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो उन्हें शनिवार के दिन उन्हें यह फूल अर्पित करें.
इसके साथ ही हनुमान जी शनिदेव के प्रिय कहलाए जाते हैं ऐसे में शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. लोग लोग नियमित रूप से भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करते हैं वह शनि की बुरी दृष्टि से बचे रहते हैं.