स्वयं को पहचाने,जीते ,यही विश्व विजय है –
*कुमार राकेश
स्वयं की शक्ति को पहचान कर ही स्वयं पर विजय पाया जाता है .इस कहानी को पढ़े , परम आनंद की अनुभूति करे !
एक शेरनी गर्भवती थी. गर्भ पूरा हो चुका था. शिकारियों से भागने के लिए छलांग लगा रही थी कि छलांग के बीच में ही उसको…
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