कर्तव्य, कर्म और कर्मयोग का कृष्ण पर्व
अंशु सारडा'अन्वि'
"नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्कर्मण:।
शरीरयात्रापि। च ते न प्रसिद्धयेकर्मण:।"
श्रीमद्भगवत गीता के तीसरे अध्याय में श्रीकृष्ण अर्जुन को कहते हैं, अपना नियत कर्म करो क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना…
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