प्रसंग : मानवीय संवेदना ही हिंदू
पार्थसारथि थपलियाल
संयोजक- भारतीय संस्कृति सम्मान अभियान
गंभीर पीड़ाएं होती हैं जब कोई अपने पिता, अपनी माता का समान नही करता। जब कोई बिना ज्ञान के उपनिषदों के मर्म को इस तरह व्यक्त करता है जैसे कि उसने समस्त वेद और उपनिषद पढ़ लिए हैं। यह…
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