बजट 2024: प्रॉपर्टी बेचने पर टैक्स नियमों में बड़ा बदलाव, विवाद बढ़ा

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27 जुलाई। भारत सरकार ने बजट 2024 में प्रॉपर्टी बेचने पर लगने वाले टैक्स के नियमों में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है, जिसके बाद से विवाद बढ़ गया है। इस नए नियम के तहत लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स की गणना में बदलाव किया गया है, जो प्रॉपर्टी की बिक्री पर प्रभाव डालता है। इस बदलाव के परिणामस्वरूप कई लोगों में असंतोष और भ्रम फैल गया है।

नए नियमों का विवरण

लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स के तहत, अगर कोई व्यक्ति एक प्रॉपर्टी को 2 साल या उससे अधिक समय तक रखता है और फिर बेचता है, तो उसे लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना पड़ता है। बजट 2024 के तहत, सरकार ने इस टैक्स की गणना में बड़े बदलाव किए हैं:

  1. इंडेक्सेशन बेनिफिट: सरकार ने घोषणा की है कि इंडेक्सेशन बेनिफिट (जिसे महंगाई के हिसाब से लाभ की गणना करने के लिए उपयोग किया जाता है) अब केवल उन प्रॉपर्टीज के लिए लागू होगा जो 1 जनवरी 2001 या इसके बाद खरीदी गई थीं। इसका मतलब यह है कि यदि प्रॉपर्टी 1 जनवरी 2001 से पहले खरीदी गई है, तो इंडेक्सेशन बेनिफिट का लाभ नहीं मिलेगा।
  2. वेतन वृद्धि की सीमा: नई व्यवस्था के तहत, प्रॉपर्टी की बिक्री पर टैक्स की गणना पुराने नियमों के अनुसार नहीं की जाएगी। इससे प्रॉपर्टी मालिकों को संभावित रूप से अधिक टैक्स देना पड़ सकता है।

विवाद और प्रतिक्रियाएँ

इस बदलाव ने प्रॉपर्टी मालिकों और रियल एस्टेट निवेशकों के बीच व्यापक विवाद पैदा कर दिया है। कई लोगों का कहना है कि यह बदलाव पुराने प्रॉपर्टी निवेशकों को नुकसान पहुंचाएगा, क्योंकि उनकी प्रॉपर्टीज की खरीदारी की तारीख 1 जनवरी 2001 से पहले की हो सकती है। इसके चलते, उन्हें अधिक टैक्स चुकाना पड़ सकता है, जो उनके लिए वित्तीय बोझ बढ़ा सकता है।

सरकार की प्रतिक्रिया

सरकार का कहना है कि इस बदलाव का उद्देश्य टैक्स प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाना है। सरकार ने यह भी बताया है कि नए नियमों से रियल एस्टेट सेक्टर में अधिक स्पष्टता और अनुशासन आएगा। इसके अलावा, सरकार ने यह आश्वासन दिया है कि उन लोगों के लिए उपाय किए जाएंगे जो इस बदलाव के चलते कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

भविष्य की दिशा

यह नया टैक्स नियम प्रॉपर्टी बाजार को प्रभावित कर सकता है और संभावित रूप से प्रॉपर्टी की कीमतों और लेन-देन की मात्रा पर प्रभाव डाल सकता है। निवेशकों को अब इस बदलाव को ध्यान में रखते हुए अपनी निवेश योजनाओं की समीक्षा करनी होगी। साथ ही, यह जरूरी है कि वे नए नियमों के अनुसार अपनी टैक्स रणनीतियों को अपडेट करें।

निष्कर्ष

बजट 2024 में प्रॉपर्टी बेचने पर टैक्स के नियमों में किए गए बदलाव ने काफी विवाद उत्पन्न किया है। हालांकि सरकार ने इसे टैक्स प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सरल बनाने का प्रयास बताया है, लेकिन इससे प्रभावित लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। भविष्य में इस बदलाव के प्रभावों को समझने और अनुकूलन करने के लिए निवेशकों को सजग रहना होगा।

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