भुवनेश्वर,ओडिशा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ओडिशा के तालचर पहुंचे। तालचर में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनका स्वागत किया। यहां पहु्ंचकर उन्होंने तालचर के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से मुलाकात और बातचीत की। इसके बाद वह छत्तीसगढ़ के दौरे पर जाएंगे लेकिन इससे पहले कई परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे।
पीएमओ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मोदी ओडिशा में तलचर उर्वरक संयंत्र के पुनरुद्धार कार्य के शुरू होने के मौके पर एक पट्टिका का अनावरण करेंगे। यह कोयला गैस से चलने वाला भारत का पहला उर्वरक संयंत्र होगा। खाद बनाने के अलावा यह संयंत्र प्राकृतिक गैस का उत्पादन भी करेगा जो देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में योगदान देगा।
इसके बाद मोदी एक हवाई अड्डे का उद्घाटन करने झारसुगुड़ा जाएंगे। बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री गर्जनबहल कोयला खदानों और झारसुगुड़ा-बारापली-सरदेगा रेल संपर्क को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
इसके बाद मोदी शनिवार को दोपहर तीन बजकर 20 मिनट पर छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले पहुंचेंगे जहां वह पारंपरिक हथकरघा एवं कृषि पर एक प्रदर्शनी देखने जाएंगे। वह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और पेंड्रा-अनूपपुर तीसरी रेल लाइन का शिलान्यास करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को रायपुर में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ के संक्षिप्त दौरे के दौरान कल 22 सितम्बर को जिला मुख्यालय जांजगीर में राज्य सरकार की अटल विकास यात्रा के तहत आयोजित किसानों के सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। वह इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की जनता को लगभग तीन हजार 305 करोड़ रुपए की सड़क और रेल परियोजना की सौगात देंगे। मोदी लगभग साढ़े तीन साल में छठी बार छत्तीसगढ़ दौरे पर होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि मोदी जांजगीर में 1,607 करोड़ की बिलासपुर-पथरापाली फोर लेन सड़क और 1,697 करोड़ 79 लाख रूपए की बिलासपुर-अनूपपुर तीसरी रेल लाइन परियोजना का शिलान्यास करेंगे।
बिलासपुर-पथरापाली सड़क परियोजना का निर्माण केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा। वहीं दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के बिलासपुर-अनूपपुर खण्ड की तीसरी लाइन के निर्माण से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से मध्यप्रदेश के जिला मुख्यालय अनूपपुर तक रेल यातायात काफी सुगम हो जाएगा।
इसके निर्माण में एक हजार 696 करोड़ 79 लाख रूपए की लागत आएगी। इस नये रेलमार्ग की लम्बाई 152 किलोमीटर होगी, इसमें से 119.55 किलोमीटर का हिस्सा छत्तीसगढ़ में और करीब 32.45 किलोमीटर का हिस्सा मध्यप्रदेश में होगा।