मुख्यमंत्री जी के ड्रीम प्रोजेक्ट माता सीता सर्किट को लेकर आज रविवार को सर्किट हाउस पौड़ी में संबंधित अधिकारियों के साथ पहली बैठक

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समग्र समाचार सेवा

पौड़ी, 28 फरवरी।
प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री जी के ड्रीम प्रोजेक्ट माता सीता सर्किट को लेकर आज रविवार को सर्किट हाउस पौड़ी में श्री सूर्य नारायण बाबूलकर महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) मा. उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल /अध्यक्ष ‘‘माता सीता लोक न्यास‘‘ ने पौड़ी विधायक मुकेश कोली, जिलाधिकारी डाॅ. विजय कुमार जोगदण्डे एवं संबंधित अधिकारियों के साथ पहली बैठक ली। बैठक में पौड़ी विधायक श्री कोली एवं जिलाधिकारी डाॅ. जोगदण्डे ने महाधिवक्ता/अध्यक्ष ‘‘माता सीता लोक न्यास‘‘ श्री एस.एन. बाबूलकर को योजना के बारे में सुझाव एवं जानकारी दी।
अध्यक्ष ‘‘माता सीता लोक न्यास‘‘ श्री एस.एन. बाबूलकर ने कहा कि सीता सर्किट के विकास को लेकर सरकार द्वारा माता सीता लोक न्यास की स्थापना की गई है और समिति भी बनाई गई, जिसमें अभी और सदस्यों को जोड़ा जाना है। सीता सर्किट का विकास केन्द्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से पूर्ण किया जाना है। कहा कि माता सीता सर्किट के डेवल्प होने के बाद धार्मिक मान्यता के साथ-साथ पयर्टन मेें भी इसका महत्व बढ़ जायेगा। कहा कि माता सीता की स्मृतियों से संबंधित प्राचीन स्थलों को विकसित किया जायेगा, साथ ही सीता सर्किट में पड़ने वाले क्षेत्रों का भी विकास किया जायेगा। कहा कि ऐसे अवसर भी उपलब्ध कराये जायेंगे, जिससे विकास के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकें। कहा कि मंदिर पुननिर्माण का कार्य प्राचीन पहाड़ी नागर शैली के अनुरूप किये जाने पर बल दिया जायेगा। कहा कि सीता सर्किट को विकसित करने का उद्देश्य लोकमान्यता एवं आस्था को बरकरार रखने के साथ-साथ पर्यटन एवं तीर्थाटन को बढ़ावा देना है।
पौड़ी विधायक मुकेश कोली ने सुझाव दिया कि स्थानीय स्तर पर भी जन सहभागिता से एडवाईजरी कमेटी गठित की जाय, जिसमें स्थानीय स्तर के सक्रिय व्यक्ति/विद्धानों को शामिल किया जाय। कहा कि मंदिर के लिए प्रत्येक घर से एक मुट्ठी मिट्टी, 4/6 का पटाल तथा श्रद्धानुसार सहयोग राशि दी जायेगी। कहा कि सभी कार्य पहाड़ी शैली के अनुरूप होने चाहिए। जिलाधिकारी डाॅ. जोगदण्डे ने सीता सर्किट के कार्ययोजना की जानकारी तथा रूट चार्ट से अवगत कराया। कहा कि रूट चार्ट के तहत रघुनाथ मंदिर देवप्रयाग-विद्याकोटी -सीताकोटी-मुछयाली-जमलाखाल घुड़दौड़ी-खौलाचोरी-सल्डा-खौलाचोरी-फलस्वाड़ी शामिल होगा।
बैठक में पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, ब्लाॅक प्रमुख पौड़ी दीपक खुगशाल, कोट पूर्णिमा नेगी, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, अपर जिलाधिकारी डाॅ. एस. के. बरनवाल, उप जिलाधिकारी एस. एस. राणा, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, तहसीलदार एच.एन. खण्डूड़ी, अधि.अभि. विद्युत अभिनव रावत, मुख्य प्रोटोकाॅल अधिकारी चन्द्रशेखर दुमका, मण्डल अध्यक्ष धर्मवीर सिंह नेगी, अनिल जोशी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक के पश्चात् श्री एस.एन. बाबूलकर महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) मा. उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल /अध्यक्ष ‘‘माता सीता लोक न्यास‘‘ ने जिलाधिकारी डाॅ. विजय कुमार जोगदण्डे एवं संबंधित अधिकारियों के साथ माता सीता मंदिर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सर्वप्रथम देवल स्थित लक्ष्मण मंदिर में पूजा-अर्चना कर मंदिर के संबंध में जानकारी प्राप्त की, ग्रामवासी श्रीमती हेमलता भट्ट ने मंदिर तथा परिसर में स्थित कीर्तन कक्ष आदि के संबंध में भी जानकारी दी। स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोसाड़ा स्थित वाल्मिकी मंदिर, फलस्वाड़ी में लगने वाले मेले के अवसर पर चढ़ाये जाने वाले स्थानीय घास के उद्गम स्थल के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने फलस्वाड़ी में माता सीता मंदिर में पूजा-अर्चना कर स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की। अध्यक्ष ‘‘माता सीता लोक न्यास‘‘ एस.एन. बाबूलकर ने कहा कि सीता सर्किट को लेकर वे आज यहां पर जानकारी प्राप्त करने आये हैं और जानकारी प्राप्त कार्ययोजना बनाकर शासन को प्रेषित किया जायेगा। उन्होंने गावंवासियों से कहा कि कार्ययोजना को तैयार करने में अपना सहयोग, सुझाव देते रहें, कहा कि देहरादून, पौड़ी और फलस्वाड़ी में भी बैठक आयोजित की जायेंगी।
पौड़ी विधायक मुकेश कोली ने कहा कि उनके द्वारा मा. मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि हमारे क्षेत्र में मनसार मेले का आयोजन किया जाता है, फलस्वाड़ी में माता सीता मंदिर है, जहां पर माता सीता ने भूसमाधि ली थी, जिसका विकसित किया जाना चाहिए। कहा कि मा. मुख्यमंत्री जी इसका संज्ञान लिया और वृहत स्तर पर सीता सर्किट के रूप में इसका विकास किया जायेगा।
इस अवसर जिलाधिकारी ने कहा कि माता सीता लोक न्यास ट्रस्ट के गठन की कार्यवाही कर दी गई है, जिसकी आज पहली बैठक पौड़ी में आयोजित की गई। कहा कि अन्य औपचारिकताएं भी पूर्ण कर दी जायेंगी, कहा कि पहली औपचारिकता मंदिर परिसर के लिए भूमि सर्वेक्षण की है, जिसके लिए पूर्व में बैठक में कुछ सुझाव आये हैं। कहा कि मंदिर परिसर में विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए वृहद स्तर पर भूमि की आवश्यकता होगी और यह कार्य आपके सहयोग से ही बहुत जल्द पूर्ण हो पायेगा। कहा कि प्राचीन गढ़वाली शैली के अनुरूप निर्माण कार्य पर सहमति बनी है। कहा कि पूरे देश में यह एक आलौकिक भव्य मंदिर कोट ब्लाॅक में बनेगा यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
इस मौके पर ब्लाॅक प्रमुख कोट पूर्णिमा नेगी, प्रधान रीना, उपजिलाधिकारी एस.एस.राणा, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, संस्कृति विभाग से प्रेमचन्द ध्यानी, मण्डल अध्यक्ष कोट अनिल गुसांई, सांसद प्रतिनिधि संजय बलूनी सहित राजेन्द्र प्रसाद कोठारी, सुबोध नोटियाल आदि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

 

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