समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13अप्रैल।
आज 13 अप्रैल से चैत्र नवरात्री शुरू है। नवरात्रि का पहला दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लेने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
मां शैलपुत्री के एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में कमल है। यह देवी वृषभ पर विराजमान हैं, जो पूरे हिमालय पर राज करती है। मान्यता है कि नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की विधि-विधान से पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
मां शैलपुत्री के चरणों में गाय का घी अर्पित करने से भक्तों को आरोग्यता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मां शैलपुत्री मंत्र-
वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥