समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28जून। कोरोना के तीसरी लहर के लिए जोरो पर तैयारी की जा रही है। तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की संभावना बताई गई है।
केंद्र सरकार ने कोरोना के टीकाकरण अभियान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया है। इसके तहत कहा गया है कि जल्द ही 12 से 18 साल के उम्र के बच्चों को ज़ायडस कैडिला की वैक्सीन लगाई जाएगी.जाइडस कैडिला वैक्सीन का 12 से 18 वर्ष क्व बच्चों पर क्लिनिकल ट्रायल पूरा हो गया है. भविष्य में यह वैक्सीन 12 से 18 बच्चो के लिए उपलब्ध होगी।
भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन का 2 से 18 साल के बच्चों की वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। केंद्र सरकार ने हलफ़नामे में कहा कि देश की तकरीबर 54% जनता प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज कराती है। 45% जनता सरकारी अस्पताल में अपना इलाज कराती है।
केंद्र सरकार ने हलफ़नामे में कहा कि इतिहास में सबसे बड़ी टीकाकरण अभियान पूरे जोरों पर चल रहा है और देश के रिमोट एरिया तक भी पहुंच रहा है. केंद्र ने वैक्सीन नीति पर 375 पन्नों का हलफनामा दाखिल किया है. केंद्र ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए 186.6 करोड़ खुराक की आवश्यकता है जो लगभग 93-94 करोड़ है. 25 जून तक देशभर में 31 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई गई।
जनवरी 2021 से जुलाई 2021 तक भारत में वैक्सीन की 51 करोड़ डोज़ उपलब्ध होगी. केंद्र सरकार ने हलफनामे में कहा कि अगस्त 21 से दिसंबर 2021 तक देश 135 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध होगी. इसमें कोविडशील्ड की 50 करोड़, – कोवैक्सीन की 40 करोड़, बॉयोलोजिकल ई की 30 करोड़, जाइडस कैडिला (Zydus cadila) 5 की करोड़ और स्पूतनिक वी की 10 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध होगी।
केंद्र ने कहा कि टीकाकरण नीति स्थिर नहीं है, यह गतिशील है. अब संशोधित टीकाकरण नीति के अनुसार 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण निःशुल्क है. टीकाकरण के आंकड़े दैनिक आधार पर सार्वजनिक डोमेन में डाले जाते हैं. समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए निजी टीकाकरण केंद्रों को सुलभ बनाने के लिए वाउचर की नई योजना भी है. एनजीओ इन वाउचर को खरीद कर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को दे सकते हैं और इसे निजी टीकाकरण केंद्रों पर भुनाया जा सकता है. COWIN प्लेटफॉर्म पंजीकरण अनिवार्य नहीं है, ग्रामीण क्षेत्रों के लोग निकटतम टीकाकरण केंद्र पर जाकर टीकाकरण करवा सकते हैं।