कुंए में गिरी बच्ची, बचाने के लिए गए 25-30 लोग भी मलबे में दबे, बचाव अभियान जारी

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समग्र समाचार सेवा
विदिशा, 16जुलाई। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में गुरुवार रात को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां के गंजबासौदा में रात को कुएं में फिसलकर एक बच्ची गिर गई जिसको बचाने के लिए इसकी मेड़ पर खड़े कई लोग अचानक मिट्टी धंसने से कुएं में गिर गए और मलबे में दब गए इस हादसे में अभी तक तीन लोगों के मौत की खबर है। हालांकि इनमें से 19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और बचाव कार्य मध्यरात्रि के बाद भी जारी है। NDRF और SDRF की टीमें बचाव में लगीं हैं।
जानकारी के मुताबिक कुएं में गिरी एक बच्ची को बचाते समय यह हादसा हुआ। उसे बचाने के लिए कुछ लोग इस कुएं में उतर गए, जबकि करीब 40-50 लोग उनकी सहायता करने एवं देखने के लिए कुएं की मेड़ और छत पर खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि इसी बीच, कुएं की छत ढह गई, जिससे करीब 25-30 लोग कुएं में गिर गए। इस हादसे में कई लोगों की मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रात करीब 11 बजे बचाव कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी इस कुएं में गिर गया, जिससे चार पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी इस कुएं में गिर गए. इनमें से तीन पुलिसकर्मियों एवं कुछ अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि कुल कितने लोग इस मलबे में दबे हैं. यह कुआं करीब 50 फुट गहरा है और इसमें करीब 20 फुट तक पानी बताया गया है।

बचाए गए दो लोगों ने कहा कि उन दोनों सहित करीब 12 लोगों को वहां मौजूद ग्रामीणों ने कुएं से रस्सियों की मदद से बाहर निकाला और बचा लिए. दोनों को मामूली चोट आई है. उन्होंने कहा कि कुएं की छत पर जो लोहे की रॉड लगी थी, वह सड़कर गल चुकी थी. इसलिए वह टूट गई और यह हादसा हुआ।
इससे पहले, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिये. चौहान ने घटनास्थल पर मौजूद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से बात कर घटना के संबंध में जानकारी ली और बचाव अभियान को तीव्र गति से चलाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य के लिये भोपाल से राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम एवं आवश्यक उपकरण पहुँचाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री घटनास्थल पर चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं. चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच और पीड़ितों को हर संभव चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

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