समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28जुलाई। देश में कोरोना की दूसरी लहर ने बहुत क्षति पंहुचाई है। हालांकि अब सारा देश कोरोना की दूसरी लहर से उबर रहा है लेकिन विशेषज्ञो के अनुसार अब कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है। अंदेशा यह लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों के अपने चपेट में ले सकती है। जिसको लेकर सरकार भी लगातार चेतावी दे रही है।
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए बच्चों को टीका लगना बेहद जरूरी है जिसके मद्देनजर बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन के ट्रायल की प्रक्रिया भी जोरो पर है। अब इस मामलें को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया है कि अगस्त महीने में ही भारत में बच्चों के लिए कोरोना रोधी टीका आ सकता है। जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को हुई बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान यह जानकारी दी है। अभी तक देश में 18 साल या उससे ऊपर की आयु वाले व्यस्कों को ही कोरोना रोधी टीका दिया जा रहा है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक के दौरान यह बताया कि सरकार संभवतः अगले महीने से बच्चों को टीका लगाना शुरू कर देगी। बता दें कि एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने और फिर से स्कूल खोलने के लिए बच्चों को टीका दिया जाना एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
अब तक देश में सितंबर महीने तक बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन आने की संभावना जताई जा रही थी। एम्स चीफ डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी बीते दिनों यह कहा था कि देश में सितंबर तक बच्चों को टीका लगना शुरू किया जा सकता है।
उन्होंने इसके पीछे कारण बताया था कि जाइडस कैडिला ने ट्रायल कर लिया है और उसे आपात इस्तेमाल की मंजूरी का इंतजार है। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का ट्रायल भी बच्चों पर अगस्त या सितंबर तक पूरा हो सकता है। वहीं, फाइजर की वैक्सीन को अमेरिकी नियामक से आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। ऐसे में उम्मीद है कि भारत में भी सितंबर तक बच्चों को टीका लगाने का अभियान शुरू हो जाएगा।