समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25अगस्त। हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 30 अगस्त 2021 को मनाया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि, सोमवार रोहिणी नक्षत्र व वृष राशि में मध्य रात्रि में हुआ था।
ऐसे में इस साल जन्माष्टमी के अवसर पर कई विशेष संयोग बनने जा रहे हैं। श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, तो इस बार भी जन्माष्टमी पर कृष्ण जी के जन्म के समय रोहिणी नक्षत्र और अष्टमी तिथि विद्यमान रहेगी। जिससे जयंती योग का निर्माण होता है। इसके अलावा वृष राशि में चंद्रमा रहेगा। 101 साल बाद जयंती योग का संयोग बनने जा रहा है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, इस संयोग में जो व्यक्ति जन्माष्टमी का व्रत रखता है उसे जाने-अनजाने में किए गए पापों से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाली महिलाओं को इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप गोपाल का पूजन कर पंचामृत से स्नान कर नया वस्त्र धारण कराकर गोपाल मंत्र का जाप करना चाहिए। जिससे उनकी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होगी।