समग्र समाचार सेवा
शिमला, 30अगस्त। हिमाचल प्रदेश सरकार ने निषाद कुमार को पुरस्कार के तौर एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने निषाद, उनके कोच और परिवार के लोगों को बधाई दी। इससे पहले भी निषाद को पैरालंपिक की तैयारियों के लिए प्रदेश सरकार ने 5 लाख रुपये दिए थे।
हिमाचल के किसान के बेटे ने रविवार को टोक्यो पैरालंपिक 2020 में ऊंची कूद में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। ऊना जिले के अंब उपमंडल के बदायूं निवासी निषाद ऐसा करने वाले पहले हिमाचली खिलाड़ी बने हैं। उन्होंने 2.06 मीटर ऊंची कूद लगाकर एशियन रिकॉर्ड बनाया। बता दें कि निषाद के पिता रछपाल सिंह किसान हैं, जबकि माता पुष्पा देवी गृहिणी हैं। निषाद जब आठ साल के थे, तब चारा काटते समय मशीन में उनका हाथ कट गया था।
छोटे से कस्बे के सरकारी स्कूल से 12वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने लक्ष्य बना लिया था कि वह खेलों में भविष्य बनाएंगे। ऊंची कूद में उन्होंने सामान्य वर्ग में ही प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया था। वर्ष 2017 में माता-पिता से महज 2500 रुपये लेकर वह घर से पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में प्रशिक्षण लेने चले गए। उस समय पंचकूला की खेल नर्सरी बंद थी, लेकिन निषाद की लगन को देखते हुए कोच नसीम अहमद ने उन्हें कांप्लेक्स में ही खाली कमरा मुहैया करवाया और ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी। निषाद की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। कोच ने अपनी तरफ से प्रतिमाह 3000 रुपये और अपने दोस्तों की ओर से 7000 रुपये का इंतजाम किया, ताकि उनकी खुराक और तैयारी में कोई कमी न रहे।
निषाद ने 2019 से नेशनल कैंप में बंगलूरू में कोच सत्यनारायण की देखरेख में कोचिंग शुरू की। पैरा एथलेटिक में 2.06 मीटर की ऊंची कूद के साथ उनका नेशनल रिकॉर्ड है। 2019 में दुबई में पैरा वर्ल्ड ग्रैंड सिक्स प्रतियोगिता, जिसमें 152 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया था, वहां निशाद ने कांस्य जीतकर देश का नाम रोशन किया था।