समग्र समाचार सेवा
नोएडा, 26नवंबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि देश का एक बार विभाजन हो चुका है। अब विभाजन नहीं होगा। ये 1947 नहीं बल्कि 2021 है। गलत सोचने वाले बर्बाद हो जाएंगे। मोहन भगवत ने कहा कि भारत के विभाजन की पीड़ा का समाधान विभाजन को निरस्त करना ही है। उन्होंने कहा कि दोबारा देश का विभाजन नहीं होगा।
पुस्तक ‘भारत के विभाजन के साक्षी’ का विमोचन करते हुए मोहन भागवत ने यह भी कहा कि भारत की पारंपरिक विचारधारा का सार सबको साथ लेकर चलना है, खुद को सही और दूसरों को गलत मानना नहीं। इसके विपरीत, इस्लामी आक्रांताओं की सोच यह थी कि वे खुद को सही और दूसरों को गलत मानते थे।अतीत में संघर्ष का मुख्य कारण यही था। अंग्रेजों की भी यही सोच थी, उन्होंने 1857 के विद्रोह के बाद हिन्दुओं और मुस्लिमों के बीच अलगाव को बढ़ाया।