समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 19 जनवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा से गठबंधन पर जदयू की बात नहीं बनी, जिसके बाद जनता दल यूनाइटेड ने घोषणा की है कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी. वहीं, चुनाव में भाजपा द्वारा उत्तर प्रदेश में सहयोगी के रूप में नामित नहीं किए जाने पर पार्टी ने निराशा व्यक्त की है. इस बारे में जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महासचिव के.सी. त्यागी ने उत्तर प्रदेश चुनाव परिदृश्य में पार्टी के प्रवेश की घोषणा करने के लिए लखनऊ में कहा कि उनकी पार्टी यूपी में शासन के बिहार मॉडल को लागू करने के लिए तत्पर है, जो न्याय के साथ विकास के बारे में है.
केसी त्यागी ने कहा कि हमारी पार्टी के सहयोगी आरसीपी सिंह ने अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा और यूपी विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं से बात की और किसी भी स्तर पर किसी ने भी हमारे साथ गठबंधन से इनकार नहीं किया. लेकिन जब भाजपा ने चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों सूची जारी की तो कहीं भी हमारी पार्टी का नाम नहीं था. इसके लिए हम नाराज नहीं हैं, लेकिन निराश हैं और अब हमने अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार का विकास और बिहार में हो रहे काम, बिहार में बना है जो साथ वो भाजपा के साथ उसके गठबंधन को कभी प्रभावित नहीं करेगा. इसके साथ ही त्यागी ने कहा कि जदयू उत्तर प्रदेश में भाजपा की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ भी नहीं करेगा और हम उनसे भी यही उम्मीद करते हैं.
हालांकि बिहार में एनडीए के गठबंधन की सरकार चल रही है और भाजपा और जदयू दोनों मिलकर बिहार के विकास के लिए प्रयासरत हैं. कभी-कभी दोनों के बीच विवाद की बातें आती रहती हैं. शराबबंदी को लेकर कभी-कभी दोनों पार्टियों का मत अलग-अलग दिखाई देता है. बावजूद इसके दोनों का गठबंधन मजबूत दिखता रहा है.