समग्र समाचार सेवा
पणजी, 10 मार्च। गोवा की राजधानी पणजी में बीजेपी उम्मीदवार अतानासियो मोनसेराटे जीत गए हैं। उन्होंने दिवंगत बीजेपी नेता मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल को 710 वोटों से हराया। गोवा की राजधानी पणजी में 1994 के बाद से भाजपा कभी नहीं हारी। मनोहर पर्रिकर ने इस सीट को भाजपा का अभेद्य किला बनाया था, लेकिन उन्हीं के बेटे उत्पल पर्रिकर के चलते इस बार पार्टी मुश्किल में फंस गई थी। पणजी जीतना भाजपा के लिए नाक का सवाल था, क्योंकि यहां हारने का मतलब पर्रिकर की विरासत को आगे न बढ़ा पाना होता राजधानी होने के चलते भी पणजी की जीत काफी मायने रखती है। यहां पढ़िए पणजी के साथ ही गोवा की 5 बड़ी हॉट सीट का गणित।
हॉट सीट 1: पणजी
– BJP प्रत्याशी : अतानासियो मोनसेराटे (जीते)
– कांग्रेस प्रत्याशी : एल्विस गोम्स
– निर्दलीय प्रत्याशी : उत्पल पर्रिकर
अब तक के चुनाव
गोवा की राजधानी पणजी पर पिछले 28 सालों से भाजपा का कब्जा है। भाजपा के दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर यहां से 1994 से 2017 तक लगातार जीते। उनके गुजर जाने के बाद भी यह सीट भाजपा ने ही जीती। पणजी के जरिए ही पार्टी मनोहर पर्रिकर की विरासत को आगे बढ़ा सकती है। यदि पणजी हारती तो पूरे देश में इसका निगेटिव मैसेज जाता।
हॉट सीट 2 : मंड्रेम
– भाजपा प्रत्याशी : दयानंद रघुनाथ सोपटे
– कांग्रेस प्रत्याशी : सतीश सीताराम शेटगांवकर
– निर्दलीय प्रत्याशी : लक्ष्मीकांत पारसेकर (आगे चल रहे)
अब तक के चुनाव
1963 से 1989 तक यह सीट गोवा की रीजनल पार्टी एमजीपी का गढ़ रही है। 1994 में यहां कांग्रेस जीती, लेकिन 1999 में फिर एमजीपी ने वापसी कर ली। 2002 से 2012 के बीच भाजपा तीन बार यहां से जीती। 2017 में कांग्रेस ने वापसी की, लेकिन 2019 में यह सीट फिर भाजपा के पाले में चली गई। भाजपा ने इस सीट से लक्ष्मीकांत पारसेकर को टिकट नहीं दिया। वे भाजपा के सीनियर लीडर थे और 2014 से 2017 के बीच गोवा के सीएम भी रह चुके हैं। उनकी जगह पार्टी ने कांग्रेस से आए सतीश शेटगांवकर को उम्मीदवार बनाया है। अब भाजपा यह सीट हारती है तो पूरे राज्य में उसकी किरकिरी होना तय है।
हॉट सीट 3 : सांकेलिम
– भाजपा प्रत्याशी : प्रमोद सावंत
– कांग्रेस प्रत्याशी : धर्मेश सांगलानी (आगे चल रहे)
– एमजीपी प्रत्याशी : महादेव खांडेकर
अब तक के चुनाव
नॉर्थ गोवा में आने वाली इस सीट पर 2012 और 2017 में भाजपा जीती। दोनों ही बार प्रमोद सावंत उम्मीदवार थे, जो अभी राज्य के सीएम भी हैं। 2017 में उन्होंने 2131 वोटों के मार्जिन से कांग्रेस के धर्मेश सांगलानी को हराया था। यह सीट प्रमोद सावंत के साथ ही भाजपा के लिए भी नाक का सवाल बन गई है। पार्टी के लिए चिंता की बात ये है कि, उसे 2012 की तुलना में 2017 में मिले वोटों का मार्जिन करीब 23 फीसदी कम हुआ है। इस विधानसभा में खनन का कारोबार होता था, और खनन का धंधा गोवा में अभी बंद है। इस फैक्टर के चलते भाजपा के लिए सांकेलिम जीतना आसान नहीं।
हॉट सीट 4 : मडगांव
– कांग्रेस प्रत्याशी : दिगंबर कामत (आगे चल रहे)
– भाजपा प्रत्याशी : मनोहर बाबू अजगांवकर
– टीएमसी प्रत्याशी : महेश अमोनकर
अब तक के चुनाव
कांग्रेस उम्मीदवार दिगंबर कामत पिछले 6 बार से इस सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि, तीन बार वो भाजपा के टिकट पर जीते और तीन पर कांग्रेस के टिकट पर जीते। यानी, 1994 से अभी तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आधे-आधे समय इस सीट को जीत चुकी हैं। दिगंबर कामत कांग्रेस की तरफ से सीएम पद का सबसे बड़ा चेहरा हैं, वे नेता प्रतिपक्ष भी हैं। ऐसे में यह सीट वो हारते हैं कांग्रेस को बड़ा झटका लगेगा। वहीं भाजपा ने यहां से बहुजन समाज लीडर मनोहर बाबू अजगांवकर को मैदान में उतारा है।
हॉट सीट 5 : सेंटाक्रूज
– भाजपा प्रत्याशी : एंटोनियो फर्नांडीस
– आप प्रत्याशी : अमित पालेकर
– टीएमसी प्रत्याशी : विक्टर गोंजाल्विस
– कांग्रेस प्रत्याशी : रोडोल्फ लुई फर्नांडीस
अब तक के चुनाव
2012 तक इस सीट पर कभी निर्दलीय तो कभी कांग्रेस जीतते आई, लेकिन 2017 में पहली बार यहां भाजपा ने कब्जा जमाया। आम आदमी पार्टी का सीएम पद का चेहरा अमित पालेकर यहां से मैदान में हैं। भाजपा के लिए अपनी 2017 की जीत को दोहराने की चुनौती है। कांग्रेस ने भी यहां पूरी ताकत झोंकी है, क्योंकि यहां पार्टी का पुराना वोट बैंक है।