समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,24मार्च। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। बृहस्पति भगवान को देवताओं का गुरु माना जाता है। इस दिन उनकी पूजा भगवान विष्णु के रूप में करते हैं। मान्यता है कि गुरुवार के दिन केले के पेड़ के नीचे बैठकर पूजन किया जाता है. साथ ही विष्णु जी को चना, गुड़ और हल्दी चढ़ाई जाती है. बता दें कि बृहस्पतिवार के दिन कुछ मंत्रों का जाप करके भगवान विष्णु को प्रसन्न किया जा सकता है. आज का हमारा लेख उन्हीं मंत्रों पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि भगवान बृहस्पतिवार के किन मंत्रों का जाप करके विष्णु जी को प्रसन्न किया जा सकता है।
भगवान विष्णु से जुड़े मंत्र
जीवश्चाङ्गिर-गोत्रतोत्तरमुखो दीर्घोत्तरा संस्थित: पीतोश्वत्थ-समिद्ध-सिन्धुजनिश्चापो थ मीनाधिप:। सूर्येन्दु-क्षितिज-प्रियो बुध-सितौ शत्रूसमाश्चापरे सप्ताङ्कद्विभव: शुभ: सुरुगुरु: कुर्यात् सदा मङ्गलम्।।
दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
शांताकारम भुजङ्गशयनम पद्मनाभं सुरेशम।
विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम।
लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।
वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम।
ॐ नमोः नारायणाय नमः। ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय नमः।