समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 26 अप्रैल। कांग्रेस अनुशासन समिति ने पार्टी के पूर्व पंजाब प्रधान सुनील जाखड़ को पार्टी से दो वर्ष के लिए निलंबित करने की सिफारिश की है। अनुशासन समिति ने यह सिफारिश सोनिया गांधी को भेजी है। अब इस पर अंतिम फैसला सोनिया गांधी को करना है।
सुनील जाखड़ पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. बलराम जाखड़ के बेटे हैं
सुनील जाखड़ पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. बलराम जाखड़ के बेटे हैं। जाखड़ को कद्दावर नेता माना जाता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जब सीएम पद से इस्तीफा दिया था तो जाखड़ ऐसे नेता थे, जिन्हें अधिकांश विधायक सीएम बनाने के पक्षधर थे।
सुनील जाखड़ का सीएम बनना लगभग तय हो गया था
कैप्टन अमरिंदर सिंह के हटने के बाद सुनील जाखड़ का सीएम बनना लगभग तय हो गया था, लेकिन अंबिका सोनी के एक बयान ने जाखड़ के सपनों व पार्टी की रणनीति पर पानी फेर दिया। अंबिका ने कहा था कि पंजाब में कोई पगड़ीधारी ही सीएम बनना चाहिए। अंबिका सोनी के इस बयान के बाद सुनील जाखड़ सीएम पद की दौड़ से बाहर हो गए। सुनील जाखड़ इससे काफी आहत थे। पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने कई बार इशारों-इशारों में इसका जिक्र किया।
कारण बताओ नोटिस का जाखड़ ने नहीं दिया जवाब
हाल फिलहाल सुनील जाखड़ ने एक साक्षात्कार में टिप्पणी की थी। उनकी इस टिप्पणी को पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ बताया गया। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा था, लेकिन जाखड़ ने इसका जवाब नहीं दिया। अब पार्टी की अनुशासन कमेटी सुनील जाखड़ को पार्टी से दो वर्ष के लिए निष्कासित करने की सिफारिश सोनिया गांधी से की है। हालांकि उनके निष्कासन का अंतिम फैसला सोनिया गांधी को करना है।
आज सर कलम उनके होंगे, जिनका जमीर होगाः जाखड़
वहीं, सुनील जाखड़ ने आज ट्वीट कर कहा कि आज सर कलम उनके होंगे, जिनका जमीर होगा। यानी उनका कहना था कि जो स्वाभिमानी होगा उस पर कार्रवाई होगी। वैसे सुनील जाखड़ पहले ही सक्रिय राजनीति से दूर हैं। उन्होंने पंजाब चुनाव के बाद कहा था कि अब वह सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे।