स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास कुछ वर्षों, कुछ लोगों तक सीमित नहीं : प्रधानमंत्री मोदी

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समग्र समाचार सेवा
भीमावरम, 4 जुलाई। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के भीमावरम में महान स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू की जयंती के एक साल के स्मरणोत्सव का शुभारंभ किया।
उपस्थित लोगों में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी भी शामिल थे।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने समृद्ध विरासत के साथ एक महान भूमि आंध्र प्रदेश को सलाम करने के अवसर के लिए आभार व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास कुछ वर्षों या कुछ लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश के हर कोने से दिए गए बलिदान का इतिहास है।

मोदी ने यहां अल्लूरी सीताराम राजू की 30 फुट की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया और कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी की 125वीं जयंती और रम्पा विद्रोह की शताब्दी वर्ष भर मनाई जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्रता संग्राम केवल कुछ वर्षों, कुछ क्षेत्रों या कुछ लोगों का इतिहास नहीं है। यह देश के हर नुक्कड़ और हर कोने से दिए गए बलिदान का इतिहास है।’’

मोदी ने अल्लूरी सीताराम राजू को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह शुरुआती आयु में ही देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए, उन्होंने आदिवासी कल्याण एवं देश के लिए खुद को समर्पित कर दिया और वह कम उम्र में ‘‘शहीद’’ हो गए।

प्रधानमंत्री ने उनके जीवन को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि अल्लूरी ‘‘भारत की संस्कृति, आदिवासी पहचान और मूल्यों के प्रतीक थे।’’

मोदी ने कहा कि जिस तरह बड़ी संख्या में युवा स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए थे, उसी तरह उन्हें अब देश के सपनों को साकार करने के लिए आगे आना चाहिए।

उन्होंने कहा, “हमारे स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास हमारी विविधता, संस्कृति और एक राष्ट्र के रूप में हमारी एकता की ताकत का प्रतीक है।”

अल्लूरी सीताराम राजू को भारत की संस्कृति, आदिवासी पहचान, वीरता, आदर्शों और मूल्यों का प्रतीक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सीताराम राजू गारू के जन्म से लेकर उनके बलिदान तक उनकी जीवन यात्रा हम सभी के लिए प्रेरणा है। उन्होंने अपना जीवन आदिवासी समाज के अधिकारों, उनके सुख-दुःख और देश की आजादी के लिए समर्पित कर दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “अल्लूरी सीताराम राजू ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं जो देश को एकता के सूत्र में बांधती रही है।”

प्रधानमंत्री ने कहा देश के युवाओं ने स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया। आज युवाओं के लिए देश के विकास के लिए आगे आने का यह सबसे अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा कि “आज न्यू इंडिया में आज नए अवसर, रास्ते, विचार प्रक्रियाएं और संभावनाएं हैं और हमारे युवा इन संभावनाओं को साकार करने की जिम्मेदारी ले रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश वीरों और देशभक्तों की भूमि है। यहां पिंगली वेंकैया जैसे स्वतंत्रता नायक थे, जिन्होंने देश का झंडा तैयार किया। यह कानेगंती हनुमन्थु, कंदुकुरी वीरसलिंगम पंतुलु और पोट्टी श्रीरामुलु जैसे नायकों की भूमि है।

पीएम मोदी ने आग्रह किया कि आज अमृत काल में इन सेनानियों के सपनों को पूरा करना हम सभी देशवासियों की जिम्मेदारी है। हमारा नया भारत उनके सपनों का भारत होना चाहिए। एक ऐसा भारत जिसमें गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़े, आदिवासियों को सभी के लिए समान अवसर मिले। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 8 वर्षों के दौरान सरकार ने देश के आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए अथक प्रयास किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार देश में आदिवासी गौरव और विरासत को प्रदर्शित करने के लिए आदिवासी संग्रहालयों की स्थापना की जा रही है।

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