समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13जुलाई। ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर भारत ने जर्मनी को करारा जवाब दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा ने कहा, ‘ये भारत का आंतरिक मामला है। इसमें आपके दखल की कोई आवश्यकता नहीं है। मामला कोर्ट में है। इस पर कुछ टिप्पणी करना फिलहाल ठीक नहीं’।
बता दें कि मोहम्मद जुबैर को 27 जून को गिरफ्तार किया था। जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मनी ने भारत ने तंज कसा था।
जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था, भारत खुद को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहता है. ऐसे में उससे उम्मीद की जाती है कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों जैसे प्रेस की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति का आजादी को स्पेस दे।’ जर्मन विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘फ्री रिपोर्टिंग किसी भी समाज के लिए फायदेमंद है. इस पर प्रतिबंध लगाना चिंता का कारण है।’
जर्मन विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘पत्रकारों को उनके कहने और लिखने के लिए सताया और कैद नहीं किया जाना चाहिए. हम इस मामले से अवगत हैं और दिल्ली में हमारा दूतावास इसकी बहुत बारीकी से निगरानी कर रहा है. हम इस पर अपने यूरोपीय संघ के भागीदारों के साथ भी संपर्क में हैं. इस आधार पर कि यूरोपीय संघ का भारत के साथ मानवाधिकारों का संवाद है. इसमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की आजादी निहित है।’
बता दें कि सीतापुर की एक कोर्ट ने ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर की जमानत याचिका खारिज कर दी और उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने जुबैर को अपने एक ट्वीट के जरिए धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में 27 जून को गिरफ्तार किया था.
8 जुलाई को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
MINI THREAD
German foreign ministry on India's ongoing detention of journalist Mohammed Zubair"India describes itself as the world’s largest democracy. So one can expect democratic values like freedom of expression and of the press to be given the necessary space there"
/1 pic.twitter.com/g26gSSKEO7— Richard Walker (@rbsw) July 6, 2022