समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21अगस्त। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद पर दोबारा आसीन होने से इनकार कर दिया है. राहुल गांधी के इनकार के बाद अब पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कई नाम सामने आ रहे है, जिनमें अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक और कुमारी शैलजा शामिल हैं. इसके साथ अशोक गहलोत और भूपेश बघेल का नाम भी शामिल हैं. हालांकि, पार्टी नेताओं को अभी भी उम्मीद है कि राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करने के लिए राजी हो सकते है, क्योंकि पार्टी बुरे दौर का सामना कर रही है. कुछ लोग प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम भी उछाल रहे हैं, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं है, क्योंकि वह उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं.
इसके अलावा सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में जारी रखने और प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है. सोनिया गांधी के वफादार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी नाम चर्चा में है, लेकिन गहलोत ने कथित तौर पर शीर्ष पद से इनकार किया और कहा कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालना चाहिए.
पार्टी के चुनाव प्राधिकरण ने जानकारी देते हुए बताया है कि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच पार्टी प्रमुख का चुनाव कर लिया जाएगा. कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की अंतिम तारीख को लेकर मंजूरी दी जाएगी, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच कभी भी चुनाव हो सकता है.
अनुसूचित जाति के जिन नेताओं को शीर्ष पद दिया जा सकता है, उनमें सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे और मीरा कुमार शामिल हैं. खड़गे राहुल गांधी के विश्वासपात्र हैं और कर्नाटक चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य यूनिट्स के साथ कई बैठकें की हैं. उन्होंने आम चुनावों से पहले देश के हर जिले का दौरा करने की भी योजना बनाई है. योजना को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है. बता दें, 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. राहुल के इनकार ने पार्टी को दुविधा में डाल दिया है. उनके करीबी नेता उन्हें फिर से पद संभालने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं.