जानिए दीवाली मनाने के 9 कारण

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ज्ञान राजहंस।
अधिकांश भारतीयों के लिए मंगलवार 24 अक्टूबर रोशनी का सबसे ज्यादा मनाये जाने वाला त्योहार दीपावली या दिवाली है।

🕉️🚩आइए जानें कि हिंदू, सिख, और जैन दिवाली क्यों मनाते हैं?

🕉️🚩यह सिर्फ हवा में उत्सव का मूड नहीं है जो आपको खुश करता है, या सिर्फ यह कि सर्दियों के आगमन से पहले आनंद लेने का एक अच्छा समय है। नौ (9) पौराणिक और ऐतिहासिक कारण हैं कि दिवाली मनाने का एक अच्छा समय क्यों है। और न केवल हिंदुओं के लिए बल्कि अन्य सभी के लिए भी इस महान प्रकाश पर्व को मनाने के अच्छे कारण हैं।

1. 🕉️🚩देवी लक्ष्मी का जन्मदिन: धन की देवी, लक्ष्मी ने समुद्र मंथन (समुद्र-मंथन) के दौरान कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन (अमावस्या) अवतार लिया, इसलिए माता लक्ष्मी जी के साथ दिवाली का जुड़ाव।

2. 🕉️🚩भगवान श्री विष्णु जी ने माता लक्ष्मी जी को बचाया: इसी दिन (दिवाली के दिन), भगवान श्री विष्णु ने वामन-अवतार के रूप में अपने पांचवें अवतार में माता लक्ष्मी जी को राजा बलि के कारागार से बचाया और दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा करने का यह एक और कारण है।

3. 🕉️🚩भगवान श्री कृष्ण जी ने नरकासुर का वध किया: दीवाली से पहले के दिन, भगवान श्री कृष्ण जी ने राक्षस राजा नरकासुर का वध किया और 16,000 महिलाओं को उसकी कैद से छुड़ाया। इस स्वतंत्रता का उत्सव दो दिनों तक चला जिसमें दीपावली का दिन विजय उत्सव के रूप में शामिल था।

4. 🕉️🚩पांडवों की वापसी: महान महाकाव्य ‘महाभारत’ के अनुसार, यह ‘कार्तिक अमावस्या’ थी, जब पांडव कौरवों के हाथों पासा के खेल में हार के परिणामस्वरूप अपने 12 साल के निर्वासन से प्रकट हुए थे। (जुआ)। पांडवों से प्यार करने वाली प्रजा ने मिट्टी के दीये जलाकर दिन मनाया।

5. 🕉️🚩भगवान श्री राम जी की विजय: महाकाव्य ‘रामायण’ के अनुसार, यह कार्तिक की अमावस्या का दिन था जब भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण रावण को हराकर और लंका पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे थे। अयोध्या के नागरिकों ने पूरे शहर को मिट्टी के दीयों से सजाया और इसे पहले की तरह रोशन किया।

6. 🕉️🚩सम्राट विक्रमादित्य का राज्याभिषेक: सबसे महान हिंदू राजा सम्राट विक्रमादित्य में से एक का राज्याभिषेक दिवाली के दिन हुआ था; इसलिए दिवाली भी एक ऐतिहासिक घटना बन गई।

7. 🕉️🚩आर्य समाज के लिए विशेष दिन: यह कार्तिक (दिवाली का दिन) की अमावस्या का दिन था, जब हिंदू धर्म के सबसे महान सुधारकों में से एक और आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद जी ने अपना निर्वाण प्राप्त किया था।

🚩🕉️8. जैनियों के लिए विशेष दिन: आधुनिक जैन धर्म के संस्थापक माने जाने वाले भगवान श्री महावीर तीर्थंकर जी ने भी दिवाली के दिन अपना निर्वाण प्राप्त किया था।

9. 🕉️🚩सिखों के लिए विशेष दिन: तीसरे सिख गुरु श्री गुरु अमर दास जी ने दिवाली को एक लाल-पत्र दिवस के रूप में संस्थागत रूप दिया, जब सभी सिख गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एकत्रित होंगे। 1577 में दीवाली के दिन अमृतसर में स्वर्ण मंदिर की आधारशिला रखी गई थी। 1619 में, छठे सिख गुरु श्री गुरु हरगोबिंद साहब जी, जो मुगल सम्राट जहांगीर के पास थे, को 52 राजाओं के साथ ग्वालियर किले से रिहा किया गया था।

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