तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने पहली बार की मंदिर की कुल संपत्ति की घोषणा, राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा है इतनी राशि

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7नवंबर। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने पहली बार मंदिर की कुल संपत्ति की घोषणा की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को श्वेत पत्र जारी किया गया है, जिसमें बताया गया कि मंदिर का करीब 5,300 करोड़ का 10.3 टन सोना और 15,938 करोड़ नकद राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा है। मंदिर की कुल संपत्ति 2.26 लाख करोड़ की है।

ट्रस्ट के कार्यकारी अधिकारी एवी धर्म रेड्डी ने बताया है कि वर्तमान ट्रस्ट बोर्ड ने 2019 से अपने इन्वेस्टमेंट गाइडलाइंस को मजबूत किया है। 2019 में कई बैंकों में 13,025 करोड़ नकद था, जो बढ़कर 15,938 करोड़ हो गया है। पिछले तीन सालों की इन्वेस्टमेंट में 2,900 करोड़ की वृद्धि हुई है। वहीं ट्रस्ट के शेयर किए गए बैंक-वाइस इन्वेस्टमेंट में 2019 में TTD के पास 7339.74 टन सोना जमा था, जो पिछले तीन सालों में 2.9 टन बढ़ गया।

TTD ने कुछ सोशल मीडिया रिपोर्ट्स को गलत बताया, जिसमें दावे किए जा रहे थे कि ट्रस्ट के चेयरमैन और बोर्ड ने फंड आंध्र प्रदेश सरकार की सिक्योरिटीज पर इन्वेस्ट किया है। TTD ने कहा कि ऐसा नहीं किया गया, बल्कि बचे हुए फंड को शेड्यूल्ड बैंकों में इन्वेस्ट किया जाता है।

एक प्रेस रिलीज जारी कर ट्रस्ट ने कहा कि श्रीवारी के भक्तों से अनुरोध है कि वे इस तरह के झूठे प्रचार पर विश्वास न करें। बैंकों में जमा किया गया नकद और सोने का इन्वेस्टमेंट बहुत ही पारदर्शी और सही तरीके से किया जाता है।

कोरोना काल में यहां दर्शन के लिए भक्तों की संख्या कम कर दी गई थी, इसके बावजूद सभी मंदिरों के मुकाबले तिरुमाला तिरुपति मंदिर को सबसे ज्यादा दान मिला था।
कोरोना काल में यहां दर्शन के लिए भक्तों की संख्या कम कर दी गई थी, इसके बावजूद सभी मंदिरों के मुकाबले तिरुमाला तिरुपति मंदिर को सबसे ज्यादा दान मिला था।

दान पाने के मामले में दुनिया का सबसे अमीर मंदिर आंध्र प्रदेश का तिरुमला तिरुपति मंदिर ही है। मंदिर के पास अलग-अलग जगहों पर 7 हजार 123 एकड़ में फैली कुल 960 प्रॉपर्टीज हैं। यहां चांदी से लेकर कीमती पत्थर, सिक्के, कंपनी के शेयर और प्रॉपर्टी जैसी चीजें भी दान की जाती हैं।

दक्षिण भारत के सभी मंदिर अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए मशहूर हैं, लेकिन तिरुपति बालाजी मंदिर सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। तिरुपति बालाजी का मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में है। इस मंदिर को भारत का सबसे धनी मंदिर माना जाता है, क्योंकि यहां पर रोज करोड़ों रुपए का दान आता है। इसके अलावा भी बालाजी मंदिर से जुड़ी कई बातें ऐसी हैं, जो सबसे अनोखी है। आइए, उन खास बातों के बारे में जानते हैं….

मान्यता है कि जो व्यक्ति अपने मन से सभी पाप और बुराइयों को यहां छोड़ जाता है, उसके सभी दुःख देवी लक्ष्मी खत्म कर देती हैं। इसलिए यहां अपनी सभी बुराइयों और पापों के रूप में लोग अपने बाल छोड़ जाते हैं।

सभी मंदिरों में भगवान को चढ़ाया गया तुलसी पत्र बाद में प्रसाद के रूप में भक्तों को दिया जाता है। अन्य वैष्णव मंदिरों की तरह यहां पर भी भगवान को रोज तुलसी पत्र चढ़ाया तो जाता है, लेकिन उसे भक्तों को प्रसाद के रूप में नहीं दिया जाता। पूजा के बाद उस तुलसी पत्र को मंदिर परिसर में मौजूद कुएं में डाल दिया जाता है।

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