श्रद्धा मर्डर केस: आफताब क्यों बना हैवान, श्रद्धा के शव के क्यों किये 35 टुकड़े? एक्सपर्ट्स ने बताए संभावित कारण
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16 नवंबर। लिव-इन पार्टनर की हत्या के बाद शव के 35 टुकड़े करने की नृशंस घटना के सामने आने के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के हिंसक अपराधों के पीछे संवाद की कमी और अत्यधिक गुस्सा जैसी वजहें हैं. दिल्ली पुलिस ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (28) को पिछले दिनों गिरफ्तार किया था. साल 2019 में शुरू हुई इस प्रेम कहानी में जघन्य हत्या के बीच विशेषज्ञ इसे संवाद की कमी, अत्यधिक क्रोध और टेलीविजन व सिनेमा के माध्यम से हिंसा को सामान्य ठहराए जाने को जिम्मेदार बताते हैं. फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिक दीप्ति पुराणिक ने कहा, ‘ऐसी कोई एक वजह नहीं है जिसे हम सीधे तौर पर ऐसे आचरण के लिए जिम्मेदार ठहरा सकते हैं.’
उन्होंने कहा कि गुस्से में किसी व्यक्ति द्वारा अपनी साथी की हत्या के बीच हमें देखना होगा कि लोगों के बीच असहिष्णुता का स्तर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, ‘इन दिनों, हम अक्सर देखते हैं कि लोग बहुत जल्दी तनावग्रस्त हो जाते हैं, वे अपनी निराशा को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं. निश्चित रूप से संवाद की कमी है. संवाद करने और मुद्दे को हल करने के बदले वे झगड़ा कर रहे हैं…लोग आमतौर पर संवाद से बचते हैं, कोई भी बैठकर सुनना नहीं चाहता.’
वहीं, नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी में एसोसिएट डीन स्मिता पांडे के अनुसार कई मुद्दे, पुरानी रंजिश और असामाजिक जीवनशैली से कुछ लोगों में अचानक गुस्सा पैदा हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘मौजूदा दौर में, लोग दैनिक जीवन में होने वाली छोटी-छोटी बातों को भी माफ नहीं कर पाते हैं. वे एकत्र होते रहते हैं और द्वेष बना रहता है. लोग असामाजिक जीवन शैली भी जी रहे हैं. यह सब क्रोध का कारण बन सकता है और वे अपने गुस्से को नियंत्रित नहीं कर सकते.’
उन्होंने कहा कि क्रोध प्रबंधन का कोई सहारा नहीं है और ऐसे मामलों में संवाद की कमी दिखाई देती है. पूनावाला ने जांच के दौरान पुलिस को बताया कि शादी को लेकर झगड़ा होने के बाद उसने अपनी साथी श्रद्धा को मार डाला तथा उसके शव को टुकड़ों में काटने का विचार उसे एक अमेरिकी टेलीविजन सीरीज ‘डेक्सटर’ से आया. पुलिस के अनुसार आरोपी ने शव के टुकड़ों को रखने के लिए एक फ्रिज खरीदा तथा वह इन टुकड़ों को फेंकने के लिए आधी रात को निकलता था. पुलिस के अनुसार आरोपी ने इन टुकड़ों को फेंकने की योजना इस आधार पर सावधानीपूर्वक बनाई थी कि शरीर का कौन सा हिस्सा जल्द से जल्द सड़ना शुरू हो जाता है.