समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8दिंसबर। रूस के साथ युद्ध में उलझा यूक्रेन भारत की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है। कई बार भारत से मदद की गुहार लगा चुका यूक्रेन अब भारत के खिलाफ ही बयानबाजी पर उतर आया है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने भारत पर तीखा तंज कसते हुए कहा है कि वह रूस से सस्ता तेल इसलिए खरीद पा रहे हैं क्योंकि हम भुगत रहे हैं। उन्होंने भारत की ओर से रूस से तेल खरीदने को नैतिक रूप से गलत करार दिया। दिमित्री ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ‘भारत के पास रूस से सस्ता तेल खरीदने का अवसर इसलिए आया क्योंकि यूक्रेन के लोग रूस के हमलों का शिकार हो रहे हैं और हर दिन मर रहे हैं।’
इसके साथ ही भारत विरोधी टिप्पणी करते हुए कुलेबा ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बयान के जवाब में कहा, जिसमें उन्होंने था कि भारत के मुकाबले यूरोपियन यूनियन ने रूस से तेल और गैस का 6 गुना ज्यादा आयात किया है। एस. जयशंकर ने फरवरी से नवंबर तक के डेटा पर बात करते हुए यह टिप्पणी की थी। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा, ‘यह ठीक नहीं है कि यूरोपियन यूनियन पर टिप्पणी करके अपना बचाव किया जाए और कहा जाए कि वे भी तो यही कर रहे हैं।’ यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि रूस से सस्ते तेल के आयात के भारत के फैसले को मानवीय दृष्टिकोण से देखा जाना आवश्यक है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि भारत और खासतौर पर पीएम नरेंद्र मोदी का इस जंग को खत्म कराने में अहम योगदान हो सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में भारत की अहम भूमिका है। खासतौर पर पीएम नरेंद्र मोदी की आवाज एक बदलाव ला सकती है। यूक्रेनी मंत्री ने कहा कि हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जब भारत यह कहेगा कि रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है। फिलहाल वह यही कह रहा है कि यूक्रेन में जंग चल रही है। लेकिन भारत दोनों देशों के बीच युद्ध पर कोई भी एकतरफा टिप्पणी करने से बचता आया है। भारत लगातार दोनों देशों से शांति से मुद्दे को सुलझाने की अपील कर रहा है।