समग्र समाचार सेवा
गंगटोक, 23दिसंबर। उत्तरी सिक्किम में शुक्रवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में सेना के 16 जवानों की जान चली गई. यह हादसा उत्तरी सिक्किम के जेमा में हुआ. सेना के जवान ट्रकों के काफिले के साथ चत्तेन से थांगू जा रहे थे, जब जेमा के पास यह हादसा हुआ. काफिले का एक ट्रक सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गया. इंडियन आर्मी की तरफ से यह जानकारी दी गई है. सेना ने यह जानकारी दी.
16 Army personnel have lost their lives, four injured in a road accident involving an Army truck at Zema, North Sikkim. The accident happened when the vehicle skidded down a steep slope while negotiating a sharp turn: Indian Army pic.twitter.com/qkulDm99Gp
— ANI (@ANI) December 23, 2022
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, घायलों को उत्तरी बंगाल के एक सैन्य अस्पताल में हवाई मार्ग से ले जाया गया है. सेना के अनुसार, यह ट्रक एक तीव्र मोड़ पर मुड़ते समय गहरी खाई में गिर गया. सेना ने कहा, ‘उत्तर सिक्किम के जेमा में 23 दिसंबर को सेना के ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय सेना के 16 बहादुर जवानों की जान चली गई.’ इस हादसे में 3 जेसीओ और 13 सैनिक शहीद हुए हैं.
दुर्घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया. चार घायल जवानों को एयर एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया. दुर्भाग्य से तीन जूनियर कमिशन ऑफिसर (JSO) और 13 जवानों की हादसे में जान चली गई. दुख की इस घड़ी में भारतीय सेना इन जवानों के परिवारों के साथ है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. राजनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘देश इन जवानों की सेवा और प्रतिबद्धता के लिए हमेशा आभारी रहेगा. मेरी संवेदनाएं जवानों के परिवारों के साथ है. हादसे में जो जवान घायल हो गये उनकी शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं.’
Deeply pained by the loss of lives of the Indian Army personnel due to a road accident in North Sikkim.
The nation is deeply grateful for their service and commitment. My condolences to the bereaved families. Praying for the speedy recovery of those who are injured.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 23, 2022
इससे पहले भी साल 2021 में इसी तरह के दो बड़े सड़क हादसों में सेना के 7 जवानों की जान चली गई थी. 30 जून 2021 को भारत-चीन सीमा के नाथुला दर्रे के पास जवाहर लाल नेहरू पर भीषण सड़क हादसे में चार जवानों की जान चली गई थी. उसके एक ही दिन बाद दूसरा हादसा हुआ, जिसमें तीन जवानों की मौत हो गई.