नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सूरत, बेंगलुरु, दिल्ली और कोलकाता के बीच दैनिक सीधी उड़ानें शुरू की
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 मार्च। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज सूरत को बेंगलुरु, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने वाली कई सीधी उड़ानों को झंडी दिखाकर रवाना किया।
एयरएशिया इंडिया निम्नलिखित कार्यक्रम के अनुसार 03 मार्च से इन 21 साप्ताहिक उड़ानों पर एयरबस 320 विमानों का संचालन करेगी:
क्र.सं. | से | तक | रवाना | आगमन | फ्रीक्वैन्सी |
1 | बेंगलुरू | सूरत | 14:25 | 16:15 | दैनिक |
2 | सूरत | बेंगलुरू | 16:45 | 19:00 | दैनिक |
3 | दिल्ली | सूरत | 08:20 | 10:00 | दैनिक |
4 | सूरत | दिल्ली | 11:00 | 12:40 | दैनिक |
5 | कोलकाता | सूरत | 13:55 | 16:30 | दैनिक |
6 | सूरत | कोलकाता | 17:05 | 19:40 | दैनिक |
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि इन नए मार्गों के शुरू होने से सूरत जो पहले से ही एक व्यापार और उद्यमिता का केन्द्र है, अब एक अंतरराष्ट्रीय शहर सहित 10 शहरों से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में, सूरत 2014 से पहले केवल 2 शहरों से जुड़ा था।
सरकार ने सूरत हवाई अड्डे के पुनर्विकास के लिए 350 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जिसमें से 163 करोड़ रुपये नए टर्मिनल भवन के निर्माण के लिए हैं। इससे यात्री क्षमता मौजूदा 17.5 लाख यात्रियों से बढ़कर 26 लाख यात्री हो जाएगी। इसके अलावा, 72 करोड़ रुपये के निवेश से नए हवाई अड्डे के एप्रन भी विकसित किए जाएंगे। इस नए टर्मिनल के 2023 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है।
सूरत और गुजरात में हवाई संपर्क के विकास पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री ने यह भी कहा कि 2014 से पहले, सूरत से केवल 36 साप्ताहिक उड़ानें थीं, जो आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 322 प्रतिशत बढ़कर 152 प्रति सप्ताह हो गई हैं। वर्तमान में, गुजरात में 10 हवाई अड्डे हैं और 2 नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे धौलेरा और हीरासर क्रमशः 1305 करोड़ रुपये और 1405 करोड़ रुपये के निवेश के साथ पाइपलाइन में हैं।
इस अवसर पर गुजरात सरकार में नागर विमानन, ग्रामीण विकास, श्रम और रोजगार मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, गुजरात सरकार में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जगदीश विश्कर्मा और गुजरात के सांसद सी आर पाटिल, एमओसीए में संयुक्त सचिव असंगबा चुबा एओ और एमओसीए, एएआई, गुजरात सरकार और एयर एशिया के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।