डॉ. मनसुख मांडविया डिजिटल स्वास्थ्य पर दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन- ‘अंतिम नागरिक तक सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को प्रदान करना’ की अध्यक्षता करेंगे

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19मार्च। भारत की अध्यक्षता में जी-20 और पिछली अध्यक्षताओं की व्यापक कार्रवाइयों व प्रतिबद्धताओं का लाभ उठाने के उद्देश्य से केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय (एसईएआरओ) नई दिल्ली में 20 और 21 मार्च, 2023 को डिजिटल स्वास्थ्य पर दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन- ‘अंतिम व्यक्ति तक सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करना’ आयोजित कर रहे हैं। इसकी अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण व रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया करेंगे। वहीं, इस वैश्विक सम्मेलन की गरिमा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव लव अग्रवाल, डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह, डब्ल्यूएचओ/मुख्यालय डिजिटल स्वास्थ्य और नवाचार के निदेशक प्रोफेसर एलेन लैब्रिक और डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ में स्वास्थ्य प्रणाली विभाग के निदेशक मनोज झालानी बढ़ाएंगे।

यह सम्मेलन वैश्विक नेताओं व स्वास्थ्य विकास भागीदारों, स्वास्थ्य नीति निर्माताओं, डिजिटल स्वास्थ्य नवप्रवर्तकों और लोगों को प्रभावित करने वालों, शिक्षाविदों और अन्य हितधारकों को एक मंच पर लाएगा। डिजिटल स्वास्थ्य पर इस वैश्विक सम्मेलन का उद्देश्य सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) की ओर हमारी प्रगति को गति देने के उद्देश्य से डिजिटल स्वास्थ्य पहलों के एक समूह के माध्यम से सदस्य देशों में जमीनी स्तर पर प्रभावशाली परिणाम उत्पन्न करने वाली कार्य योजना पर वैश्विक सहमति प्राप्त करने की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना है। यह वैश्विक सम्मेलन एक-दूसरे से संबंधित डिजिटल स्वास्थ्य पहलों के कार्यान्वयन में तेजी लाने के मुद्दों को संबोधित करेगा और पीएचसी-उन्मुख व लचीली स्वास्थ्य प्रणालियों के निर्माण की नींव के रूप में हस्तक्षेप करेगा। यह नैतिक, सुरक्षित, विश्वसनीय, न्यायसंगत और टिकाऊ तरीके से डिजिटल स्वास्थ्य समाधान देने व साझा करने की क्षमता के विकास पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। इसके अलावा यह सम्मेलन पारदर्शिता, पहुंच, मापनीयता, प्रतिकृति, अंतर-परिचालनीयता, गोपनीयता, सुरक्षा और गोपनीयता के सिद्धांतों का अनुपालन करते हुए डिजिटल तकनीकों में निवेश, विकास और साझा करने के तरीके खोजने पर भी अपना ध्यान केंद्रित करेगा। यह जनसंख्या के पैमाने पर डिजिटल स्वास्थ्य को लागू करने के लिए जरूरी रणनीतिक और प्रौद्योगिकी को सक्षम करने में सहायता करेगा।

वैश्विक सम्मेलन के तहत निम्नलिखित पहलुओं पर पांच सत्रों की योजना बनाई गई है:

1. डिजिटल स्वास्थ्य – यूएचसी के लिए एक अनिवार्यता
2. डिजिटल स्वास्थ्य जनसंख्या पैमाना – रणनीतिक सक्षमकर्ता
3. डिजिटल स्वास्थ्य जनसंख्या पैमाना – प्रौद्योगिकी सक्षमकर्ता
4. यूएचसी के लिए नवाचार
5. यूएचसी के लिए वैश्विक डिजिटल साधन

इस सम्मेलन में एक मंत्रिस्तरीय सत्र भी आयोजित किया जाएगा। इसमें पैनल चर्चा के साथ-साथ डिजिटल रूपांतरण चुनौतियों, अवसरों और सफलता के महत्वपूर्ण कारकों पर अंतर्दृष्टि व अनुभव पर विचार-मंथन शामिल होगा।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.