असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में राज्य सरकार के गणमान्य व्यक्तियों ने 19 मार्च को प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 मार्च।असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में राज्य सरकार के उच्चस्तरीय पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 19 मार्च 2023 को प्रधानमन्त्री संग्रहालय का दौरा किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के अलावा, प्रतिनिधिमंडल में सभी मंत्री और सचिव शामिल थे। एनएमएमएल के कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने इनका स्वागत किया।
प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री संग्रहालय का विस्तृत दौरा कराया गया। उन्होंने संग्रहालय में प्रायोगिक क्षेत्र, अनुभूति सहित विशिष्ट प्रदर्शनी को देखा। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र की अनूठी यात्रा की सराहना की। असम के राज्यपाल, गुलाब चंद कटारिया ने आगंतुक पुस्तिका में लिखा, “प्रधानमंत्री संग्रहालय देश की विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। यह हमारे स्वतंत्रता संग्राम और हमारे सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। यह मुझे और सभी देशवासियों को राष्ट्र की सेवा करने के लिए हमेशा प्रेरित करेगा।”
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा, “प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा करने के बाद धन्य और उत्साहित महसूस कर रहा हूं। हमारे सभी प्रधानमंत्रियों को साक्षात देखना हमारे लोकतंत्र को कार्रवाई में देखना है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदीजी द्वारा इतिहास और प्रौद्योगिकी का एक उत्कृष्ट मिश्रण और एक महान और दूरदर्शी पहल है। जय हिंद।
प्रधानमन्त्री संग्रहालय स्वतंत्रता के बाद से भारत के प्रत्येक प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि और पिछले 75 वर्षों में प्रत्येक ने हमारे राष्ट्र के विकास में कैसे योगदान दिया है, इसका एक वर्णनात्मक रिकॉर्ड है। यह सामूहिक प्रयास का इतिहास है, और भारत के लोकतंत्र की रचनात्मक सफलता का शक्तिशाली प्रमाण है। हमारे प्रधानमंत्री समाज के हर वर्ग और स्तर से आए, लोकतंत्र के द्वार सभी के लिए समान रूप से खुले थे। संग्रहालय हमें बताता है कि कैसे हमारे प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों से गुजरते हुए देश का मार्ग दर्शन किया और देश की सर्वांगीण प्रगति सुनिश्चित की। इसे देखने के लिए भारत और विदेशों से बड़ी संख्या में आगंतुक आते हैं। इसके उद्घाटन के बाद से बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी गणमान्य व्यक्ति इसे देख चुके हैं।