समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7जून। मणिपुर के कुकी समुदाय के सदस्यों ने पूर्वोत्तर के राज्य में जारी हिंसा के विरोध में बुधवार (7 जून) को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास के बाहर प्रदर्शन किया. इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस ने दी.
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां थामे रखी थीं, जिन पर लिखा था कि ‘कुकी समुदाय के लोगों के जीवन की रक्षा करें.’ प्रदर्शन के दौरान लोगों ने नारे भी लगाए. पुलिस ने बताया कि गृह मंत्री के साथ बैठक के लिए चार प्रदर्शनकारियों को उनके आवास के अंदर जाने की अनुमति दी गई, जबकि अन्य को जंतर-मंतर भेज दिया गया.
वहीं बीत दिन मणिपुर हिंसा को लेकर सेरो में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के एक समूह के बीच गोलीबारी हो गई थी. जिसमें बीएसएफ के एक जवान की गंभीर रूप से घायल होने के कारण मौत हो गई और असम राइफल्स के दो जवानों गोली लगने घायल हो गए. बाद में घायल जवानों को विमान से मंत्रीपुखरी ले जाया गया.
मालूम हो 19 अप्रैल को मणिपुर उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद राज्य के मेइती समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में मणिपुर में 3 मई को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) द्वारा मेइतेई/मीतेई को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में आयोजित एक रैली के दौरान हिंसा हो गई थी. इस हिंसा में अब तक 98 लोगों की जान जा चुकी है और 310 से अधिक लोग घायल हुए हैं. राज्य में फिलहाल कुल 37,450 लोगों ने 272 राहत शिविरों में शरण ले रखी है.
राज्य में हिंसा भड़कने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर का दौरा. इस दौरान निर्देश दिए गए थे जिसके बाद सुरक्षा बलों ने एक बार फिर सभी लोगों से मणिपुर में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द हथियार रखने की अपील की है. सुरक्षा बलों ने यह भी चेतावनी दी कि इन हथियारों को सरेंडर करने में विफल रहने पर ऐसे सभी लोग कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए उत्तरदायी होंगे.