सूर्य के अध्ययन के लिए भारतीय वेधशाला आदित्य एल-1 का प्रक्षेपण सितम्बर के पहले सप्ताह में होने की आशा- एस. सोमनाथ
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27 अगस्त। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा है कि आदित्य एल-1 उपग्रह तैयार है और श्रीहरिकोटा पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि इसका प्रक्षेपण सितम्बर महीने के पहले सप्ताह में होने की आशा है। तय तिथि की घोषणा दो दिन में कर दी जाएगी। कल तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए इसरो प्रमुख ने कहा कि आदित्य एल-1 सूर्य के अध्ययन के लिए पहली अंतरिक्ष आधारित भारतीय वेधशाला है। उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न ग्रहों पर अन्य मिशन भेजने में सक्षम है और इसरो का उद्देश्य अंतरिक्ष क्षेत्र के विस्तार से देश की समग्र प्रगति सुनिश्चित करना है। अध्यक्ष सोमनाथ ने कहा कि देश के अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि दीर्घावधि की है और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसे साकार करने के लिए पूरी तरह तैयार है। चन्द्रयान-3 मिशन की सफलता से उत्साहित सोमनाथ ने कहा कि वे और उनके सहयोगी इसरो की इस महान उपलब्धि पर गौरवान्वित हैं। उन्होंने भविष्य के प्रयासों के लिए भी लोगों से समर्थन बनाए रखने का अनुरोध किया। चन्द्र मिशन की ऐतिहासिक सफलता के बाद अध्यक्ष सोमनाथ कल रात पहली बार तिरुवनंतपुरम पहुंचे थे।