प्रधानमंत्री ने अंतरराष्‍ट्रीय ख्‍याति प्राप्‍त कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन के निधन पर जताया शोक

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली ,28 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन जिनके “कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया और हमारे देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की, के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।”

प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक थ्रेड पोस्ट किया:
“डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी के निधन से गहरा दुख हुआ। हमारे देश के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय में, कृषि में उनके अभूतपूर्व काम ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया और हमारे देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की।

कृषि में अपने क्रांतिकारी योगदान के अलावा, डॉ. स्वामीनाथन नवप्रवर्तन के पावरहाउस और कई लोगों के लिए एक प्रेरक गुरु थे। अनुसंधान और परामर्श के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने अनगिनत वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

मैं डॉ. स्वामीनाथन के साथ अपनी बातचीत को हमेशा याद रखूंगा। भारत को प्रगति करते देखने का उनका जुनून अनुकरणीय था।

उनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। शांति।”

राष्‍ट्रपति ने डॉ. एम.एस. स्‍वामीनाथन के निधन पर गहरा दुख किया व्‍यक्‍त:
राष्‍ट्रपति दौपदी मुर्मू ने अंतरराष्‍ट्रीय ख्‍याति प्राप्‍त कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. स्‍वामीनाथन के निधन पर गहरा दुख व्‍यक्‍त किया है। अपने संदेश में राष्‍ट्रपति ने कहा है कि डॉ स्‍वामीनाथन ऐसे दूर दृष्‍टा थे जिन्‍होंने खादय सुरक्षा का लक्ष्‍य हासिल करने के लिए अथक परिश्रम किया इसीलिए उन्‍हें हरित क्रांति का जनक कहा जाता है। उन्‍होंने कहा कि डॉ स्‍वामीनाथन ने कृषि विज्ञान के क्षेत्र में असाधारण अनुसंधान किया, जिसके लिए उन्‍हें पद्म विभूषण से लेकर प्रतिष्ठित वर्ल्‍ड फूड प्राईज जैसे पुरस्‍कारों से सम्‍मानित किया गया। राष्‍ट्रपति ने कहा कि डॉ स्‍वामीनाथन अपने पीछे भारतीय कृषि विज्ञान की समृद्ध विरासत छोड गये है, जिससे मानवता के लिए सुरक्षित और भूख मुक्‍त भविष्‍य का मार्ग प्रशस्‍त होता

सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने डॉ एम.एस. स्‍वामीनाथन के निधन पर दुख किया व्‍यक्‍त:
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने डॉ एम.एस. स्‍वामीनाथन के निधन पर दुख व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने कहा कि देश में हरित क्रांति के पीछे डॉ स्‍वामीनाथन की ही दूरदृष्टि थी। सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट में अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि डॉ स्‍वामीनाथन के प्रयासों से ही देश खादय उत्‍पादन के मामले में आत्‍मनिर्भर बना। उन्‍होंने कहा कि कृषि उत्‍पादन बढाने में डॉ स्‍वामीनाथन के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

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