समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29सितंबर। कर्नाटक बंद का व्यापक असर दिखाई दे रहा है. पुलिस ने कावेरी जल मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे कन्नड़ समर्थक संगठनों के सदस्यों को हिरासत में लिया. बताया जा रहा है कि तमिलनाडु को पानी छोड़ने के विरोध में घोषित कर्नाटक बंद को लोगों और संगठनों की ओर व्यापक समर्थन मिला है. शुक्रवार को राज्य की राजधानी बेंगलुरु सहित, तटीय कर्नाटक क्षेत्र को छोड़कर राज्य के अधिकांश हिस्सों में बसें और ऑटो सड़कों पर नहीं चले. राजधानी बेंगलुरु और दक्षिण कर्नाटक जिलों में अधिकांश दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे. बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे कन्नड़ संगठनों से जुड़े 20 से अधिक कार्यकर्ताओं को कर्नाटक पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
कर्नाटक रक्षण वेदिके से जुड़े कार्यकर्ता हवाई अड्डे के आगमन द्वार के पास एकत्र हुए और तमिलनाडु सरकार और सीएम एम.के. स्टालिन के खिलाफ नारे लगाए. कन्नड़ झंडे हाथ में लिए हुए उन्होंने हवाईअड्डे के अंदर घुसने का प्रयास किया. पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने समूह पर लगाम लगाई और उनके प्रयास को विफल कर दिया. हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को कारों में अज्ञात स्थान पर ले जाया गया.
जया कर्नाटक संगठन के बैनर तले सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक के सीमावर्ती शहर अट्टीबेले में विरोध प्रदर्शन किया, जिसकी सीमा तमिलनाडु से लगती है. उन्होंने अट्टीबेले टोल प्लाजा से बॉर्डर टॉवर के बीच विरोध मार्च भी निकाला. कन्नड़ जागृति वेदिके के सदस्यों ने भी अट्टीबेले में विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस विभाग ने अट्टीबेले शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और सीमा क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बेंगलुरु ग्रामीण एसपी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं.
तुमकुरु में संगठनों ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन के पोस्टर जलाए और विरोध प्रदर्शन किया. इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि संगठनों ने उनके आवास की घेराबंदी करने की धमकी दी है. बंद से पहले एहतियात के तौर पर बेंगलुरु पुलिस ने 150 से ज्यादा हिस्ट्रीशीटरों को हिरासत में ले लिया है. 1,900 से अधिक संगठनों ने बंद को अपना समर्थन दिया है. भाजपा और जद (एस) ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है.