प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शहीदों के सपनों का भारत दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर विराजमान होगा: अमित शाह

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के गांधीनगर में ‘समौ शहीदी स्मारक’ एवं पुस्तकालय का किया लोकार्पण

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समग्र समाचार सेवा
गांधीनगर,16 अक्टूबर। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के गांधीनगर में ‘समौ शहीदी स्मारक’ एवं पुस्तकालय का लोकार्पण किया।

अपने संबोधन की शुरूआत में अमित शाह ने सभी देशवासियों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि वे पिछली नवरात्रि के दौरान यहां आए थे और इस शहीदी स्मारक का भूमिपूजन किया था और पहले नवरात्र के दिन इस शहीद स्मारक का उद्घाटन हो गया है। अमित शाह ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में 1857 से 1947 के 90 साल के आज़ादी के संग्राम में बलिदान देने वाले जाने-अनजाने अनगिनत शहीदों के स्मारक बनाने, उनके इतिहास को पुनर्जीवित करने और युवा और नई पीढ़ी को उनसे प्रेरणा मिले, ऐसे कार्यक्रम शुरू किए। उन्होंने कहा कि समौ में नवंबर, 1857 में आज़ादी के संघर्ष में 12 वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी, लेकिन 2022-23 तक उनका कोई स्मारक नहीं था, आज बना यह स्मारक उनकी शौर्य गाथाओं को अमर बनाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि उस वक्त उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा कि गुजरात सरकार के युवा और सांस्कृतिक विभाग को उन शहीदों की याद में 12 स्तंभों वाला एक सुंदर स्मारक बनाना चाहिए, जिससे हर वर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी को जब ध्वजारोहण हो, तब उन शहीदों का भी सम्मान हो। इसके साथ ही देश का इतिहास, भाषा औऱ संस्कृति के साथ युवाओं को जोड़ने के लिए एक पुस्तकालय भी बनना चाहिए।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार के युवा और सांस्कृतिक विभाग ने संपूर्ण गुजराती व्याकरण की पुस्तकों का एक पुस्तकालय बनाया है, जिसके लिए वे अभिनंदन के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों और युवाओ को इस पुस्तकालय की ओर लाने से ही गुजरात और पूरे देश का भविष्य संवरेगा। उन्होंने कहा कि अनगिनत शहीदो ने अपना सर्वोच्च बलिदान देश की आज़ादी के लिए दिया है और उस संस्कृति और भाव को गुजराती भाषा गौरव के साथ जीवंत रखेगी। उन्होंने कहा कि इस आधुनिक पुस्तकालय में कम्प्यूटर शिक्षा से संबंधित कई पुस्तकें डिजिटल रूप में भी उपलब्ध हैं।

अमित शाह ने कहा कि विद्यार्थियों, युवाओं और बच्चों को इस पुस्तकालय की ओर मोड़ने की ज़िम्मेदारी शिक्षकों की है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को बच्चों को जिस विषय में उऩकी रुचि हो, उस विषय का ज्ञानी बनाने की दिशा में काम करना चाहिए, जिससे गुजरात और देश को एक अच्छा नागरिक मिलेगा। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने यहां वांचे गुजरात अभियान शुरु किया था और उस समय पूरे गुजरात के सभी पुस्तकालयों को समृद्ध करने की योजना बनाई थी, उसी प्रेरणा से समौ गांव के पुस्तकालय को बनाया गया है। इसके साथ ही 100 विद्यार्थियों के पढ़ने की सुविधा यहां उपलब्ध कराई गई है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब हर 15 अगस्त और 26 जनवरी को यहाँ ध्वजारोहण होगा, तो उन 12 शहीदों की आत्माओं को अनन्य शांति मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शहीदों के सपनों का भारत दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर विराजमान होगा। अमित शाह ने कहा कि हाल ही में जी20 ,सम्मेलन, नए संसद भवन का निर्माण, भारत के चन्द्रयान का चंद्रमा पर उतरना, 33 प्रतिशत मातृशक्ति को संसद और विधानसभाओं में आरक्षण जैसे कई काम प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश में हुए हैं।

अमित शाह ने समौ के युवाओं से कहा कि सरकार सुविधा उपलब्ध करवा सकती है लेकिन उन सुविधाओं की देखरेख का काम गाँववासियों और स्थानीय युवाओं को करना होगा। उन्होंने कहा कि लगभग दो करोड़ रूपए के खर्च से एक सुंदर बाग, शहीद स्मारक और पुस्तकालय गुजरात सरकार ने बनाया है, इनकी देखभाल के लिए युवाओं की एक समिति बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर युवा इस ज़िम्मेदारी को नहीं उठाएंगे तो यह पूरी व्यवस्था ठीक तरीके से नहीं चल सकेगी। उन्होंने कहा कि अगरप युवा इस ज़िम्मेदारी को उठाएंगे, तो वो उन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि हमें उन सब शहीदों की उज्ज्वल विरासत को आगे बढ़ाना चाहिए।

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