समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26जुलाई। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कारगिल युद्ध की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर सशस्त्र बलों के सभी रैंकों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
जनरल चौहान ने इस बात पर जोर दिया कि कारगिल युद्ध में बहादुर सैनिकों द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “यह बलिदान न केवल सैनिकों बल्कि देश के युवाओं की भावी पीढ़ियों को भी प्रेरित और प्रोत्साहित करता रहेगा।”
जनरल चौहान ने कारगिल युद्ध की विशिष्टता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस युद्ध में सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण सबक थे। उन्होंने कहा, “खून बहाकर सीखे गए सबक को नहीं भूलना चाहिए, गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए और इस सीख को हमेशा याद रखना चाहिए।”
सशस्त्र बलों में चल रहे सुधारों के बारे में जनरल अनिल चौहान ने बताया कि तीनों सेनाएँ संगठनात्मक, संरचनात्मक, अवधारणात्मक और सांस्कृतिक सुधारों की दिशा में अग्रसर हैं। उन्होंने कहा, “इन सुधारों का अंतर्निहित उद्देश्य युद्ध दक्षता में सुधार करना और सशस्त्र बलों को हर समय युद्ध के लिए तैयार रखना है। हमें पुराने तौर-तरीकों को त्यागने और नए तौर-तरीकों को अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए। सुधारों का स्वरूप और रूपरेखा भारतीय परिवेश और चुनौतियों की विशिष्टता को दर्शाना चाहिए।”
देश के विकास के प्रति संकल्प
इस अवसर पर जनरल चौहान ने नागरिकों को आश्वस्त किया कि देश के अमृतकाल में कदम रखते हुए सशस्त्र बल नई ऊर्जा से भरे हुए हैं और भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने के लिए देश के शेष भागों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।