समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5अगस्त। दिल्ली पुलिस ने पार्श्वनाथ डेवलपर्स की सहायक कंपनी पार्श्वनाथ लैंडमार्क डेवलपर्स के निदेशक और सीईओ संजीव जैन को गिरफ्तार कर लिया है। 18 जुलाई को कंज्यूमर कमिशन में पेश न होने के कारण संजीव जैन के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। रविवार को गिरफ्तारी के बाद उन्हें कंज्यूमर कमिशन के समक्ष पेश किया गया।
गुप्त सूचना और 60 किमी पीछा
पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि संजीव जैन देश छोड़कर भागने की फिराक में हैं। गुप्त सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस ने जाल बिछाया और संजीव जैन का पीछा किया। लगभग 60 किलोमीटर तक पुलिस और संजीव जैन के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चलता रहा। हालांकि, संजीव जैन एयरपोर्ट तक पहुंचने में कामयाब हो गए थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने अंततः उन्हें धरदबोचा।
कंज्यूमर कमिशन में पेशी
गिरफ्तारी के बाद संजीव जैन को राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के समक्ष पेश किया गया। शाहदरा के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि पार्श्वनाथ डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजीव कुमार जैन के खिलाफ वर्ष 2017 में उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज की गई थी।
वॉरंट और पुलिस कार्रवाई
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, संजीव कुमार जैन के खिलाफ शाहदरा थाने में चार गैर-जमानती वारंट और राष्ट्रीय आयोग से जारी एक जमानती वारंट लंबित थे। इन सभी वारंट के अनुपालन में स्पेशल टास्क फोर्स संजीव जैन को पकड़ने की कोशिश में थी।
गुरुग्राम से फरार होने की कोशिश
पुलिस को सूचना मिली थी कि संजीव जैन हरियाणा के गुरुग्राम स्थित डीएलएफ फेज-2 के अपार्टमेंट में मौजूद हैं। जब पुलिस वहां पहुंची, तो संजीव को किसी तरह इसकी भनक लग गई और वह वहां से फरार हो गए। पुलिस ने उनका पीछा किया और करीब 60 किलोमीटर की भागदौड़ के बाद उन्हें पकड़ लिया गया।
संजीव जैन की गिरफ्तारी के बाद से पार्श्वनाथ डेवलपर्स और उसकी सहायक कंपनियों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कानूनी कार्रवाई होती है और कंपनी की संचालन प्रक्रिया पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।