समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9अगस्त। सर्जन वाइस एडमिरल अनुपम कपूर ने गुरूवार को महानिदेशक, सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के कार्यालय में महानिदेशक, अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) का पदभार संभाल लिया है। फ्लैग ऑफिसर को 27 जून 1987 को भारतीय नौसेना में कमीशन दिया गया था।
व्यावसायिक पृष्ठभूमि
डीजीएचएस (सशस्त्र बल) का पदभार संभालने से पहले, सर्जन वाइस एडमिरल कपूर ने पश्चिमी नौसेना कमान के कमान चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्य किया। उन्होंने भारतीय नौसेना के प्रमुख अस्पतालों, आईएनएचएस अश्विनी और आईएनएचएस संजीवनी की भी कमान संभाली है। उनके नेतृत्व में इन संस्थानों ने उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं।
शिक्षा और विशेषज्ञता
सर्जन वाइस एडमिरल कपूर प्रतिष्ठित सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने प्रसूति और स्त्री रोग में विशेषज्ञता हासिल की है, इसके अलावा उन्होंने स्त्री रोग संबंधी एंडोस्कोपी में भी विशेषज्ञता प्राप्त की है। उनकी चिकित्सा क्षेत्र में गहरी समझ और विशेषज्ञता ने उन्हें एक प्रभावी चिकित्सा नेता के रूप में स्थापित किया है।
सम्मान और पुरस्कार
उनकी विशिष्ट सेवा के सम्मान में, सर्जन वाइस एडमिरल कपूर को नौसेना पदक से सम्मानित किया गया है। भारतीय नौसेना और सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें दो बार नौसेना प्रमुख और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (पश्चिम) द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
समर्पण और प्रतिबद्धता
सर्जन वाइस एडमिरल अनुपम कपूर के नेतृत्व में, अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) के तहत चिकित्सा सेवाएं और अधिक सशक्त और प्रभावी होने की उम्मीद है। उनकी नियुक्ति से सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में न केवल सेवा की गुणवत्ता बढ़ेगी बल्कि चिकित्सा प्रबंधन में नए कीर्तिमान स्थापित होंगे।
इस नई भूमिका में, वाइस एडमिरल कपूर के पास सशस्त्र बलों के स्वास्थ्य देखभाल ढांचे को और मजबूत करने का अवसर होगा, जिससे हमारे देश के बहादुर सैनिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा सके।