समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,22 अक्टूबर। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद कोई नया मुद्दा नहीं है, लेकिन 2020 में गलवान घाटी में हुए टकराव के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति को सामान्य बनाने के लिए लगातार कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत हो रही थी। हालांकि, चीन ने सीमा समझौते को लेकर लंबे समय तक सख्त रुख अपनाया और आसानी से किसी भी प्रस्ताव को मानने के लिए तैयार नहीं था। भारत ने इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में न केवल मजबूती से खड़े होकर अपने हितों की रक्षा की, बल्कि चीन की घेराबंदी कर उसे समझौते के लिए तैयार किया।