समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,17 जनवरी। कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी का यह कहना कि वह “भारतीय राज्य से युद्ध में हैं” न केवल अत्यंत गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह भारत की आत्मा पर एक गहरा प्रहार भी है। इस प्रकार की टिप्पणी से न केवल उनके द्वारा छह महीने पहले लिए गए शपथ का उल्लंघन होता है, बल्कि उस संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों का भी अपमान होता है, जिनकी रक्षा का उन्होंने वादा किया था।