वाराणसी में युवा-20 शिखर सम्मेलन के तीसरे दिन ‘सहभागी शासन के माध्यम से अमृत पीढ़ी को सशक्त बनाना’ विषय पर एक सत्र का किया गया आयोजन
समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 20अगस्त। वाराणसी में युवा-20 शिखर सम्मेलन के तीसरे दिन ‘सहभागी शासन के माध्यम से अमृत पीढ़ी को सशक्त बनाना’ विषय पर एक सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का संचालन माई गव इंडिया के निदेशक आशीष खरे और वरिष्ठ प्रबंधक रेनू सिंह ने किया। सत्र का शुभारंभ भारत की प्रेरक शक्ति ‘युवा शक्ति’ पर बल देने वाले एक वीडियो के साथ हुई। इसके बाद माई गव प्लेटफ़ॉर्म की एक अंतर्दृष्टिपूर्ण झलक प्रस्तुत की गई, जिसे भारत सरकार के नागरिक सहभागिता प्लेटफ़ॉर्म के रूप में स्थापित किया गया है। यह प्लेटफॉर्म नीति निर्माण के लिए नागरिकों के साथ जुड़ने और जनता के हित और कल्याण के मुद्दों/विषयों पर लोगों की राय लेने के लिए कई सरकारी निकायों और मंत्रालयों के साथ सहयोग करता है। प्रस्तुति के माध्यम से बताया गया कि माई गव ने बार-बार नागरिकों से नीतियों का मसौदा तैयार करने के लिए सुझाव मांगे हैं। इन सुझावों में से कुछ हैं राष्ट्रीय शिक्षा नीति, डेटा सेंटर नीति, डेटा संरक्षण नीति, राष्ट्रीय बंदरगाह नीति, आईआईएम विधेयक आदि। माई गव प्लेटफॉर्म भी मन की बात, वार्षिक बजट, परीक्षा पे चर्चा और ऐसी कई अन्य पहलों के लिए आम तौर पर विचार मांगता रहा है।
भारत की जी-20 अध्यक्षता की रूपरेखा के अंतर्गत, युवा कार्यक्रम विभाग, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार 17 से 20 अगस्त, 2023 तक उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में युवा-20 शिखर सम्मेलन-2023 का आयोजन कर रहा है।
वाराणसी में रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सम्मेलन केंद्र (आरआईसीसीसी) में चार दिवसीय युवा-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेल्लन ने युवाओं को युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और युवाओं के वैश्विक विकास के लिए एक रूपरेखा तैयार करने के लिए खुली चर्चा, विचार और आपसी बातचीत के सत्र के लिए एक मंच प्रदान किया है।
सत्र के बाद युवा-20 मसौदा विज्ञप्ति पर चर्चा हुई, जहां जी-20 देशों, अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि युवा-20 के निम्नलिखित पांच पहचाने गए विषयों पर विचार-विमर्श और बातचीत में शामिल हुए:
1. कार्य का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल
2. शांति निर्माण और सुलह: युद्ध रहित युग की शुरुआत
3. जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण: स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना
4. साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा
5. स्वास्थ्य, कल्याण और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा
चर्चाएँ संबंधित विषयों के पाँच ट्रैक चेयर्स के सतर्क मार्गदर्शन में हुईं, इस प्रकार युवा-20 विज्ञप्ति के प्रारूप को अंतिम रूप प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। सत्रों ने जी-20 एजेंडा से संबंधित सहमत सिफारिशों के आधार पर एक चर्चा मंच प्रदान किया, जिसे जी-20 प्राथमिकताओं पर वैश्विक युवाओं के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक संयुक्त विज्ञप्ति में संकलित किया जा रहा है। युवा-20 विज्ञप्ति को अंतिम रूप देना कई महीनों की सिफारिशों, विचारों, विचार-मंथन सत्रों, युवा परामर्शों और चर्चाओं का परिणाम है जिसमें वैश्विक मामलों पर विचार-विमर्श किया गया है।
इस अवसर पर आयोजकों का एक सम्मेलन भी आयोजित किया गया, जिसमें फरवरी, 2023 में असम के गुवाहाटी में आयोजित युवा-20 शिखर सम्मेलन की शुरूआती बैठक के बाद से पिछले कुछ महीनों के अनुभवों पर प्रकाश डाला गया। सम्मेलन की अध्यक्षता संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि प्रियांक चौहान और संयोजक अजय कश्यप सहित युवा-20 सचिवालय के सदस्यों ने की। इस अवसर पर युवा-20 इंडिया के सचिव अभिषेक मल्होत्रा, आर्य झा और दृष्टि रावल भी मौजूद थे। आयोजकों के सम्मेलन में युवा-20 विज्ञप्ति के लिए आगे बढ़ने का विचार किया गया और भारत की जी-20 अध्यक्षता के ‘एक पृथ्वी एक परिवार, एक भविष्य” की भावना को दर्शाते हुए जी-20 समूहों के बीच आपसी अनुभव और समर्थन पर बल देते हुए एक परिणाम दस्तावेज़ तैयार किया गया।
युवा-20 जी-20 के आधिकारिक सहभागिता समूहों में से एक है। युवा-20 (वाई-20) कार्यक्रम समूह ने देश के युवाओं को बेहतर भविष्य के विचारों पर परामर्श देने और कार्रवाई के लिए एक एजेंडा तैयार करने के लिए पूरे भारत में चर्चा का आयोजन किया।
कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम को चिह्नित करने के लिए होटल ताज गैंगेज के दरबार हॉल में गाला डिनर और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ दिन का समापन हुआ।